ज्योतिष के अनुसार जुलाई 2025 में मंगल का बड़ा गोचर होने वाला है, जो कुछ राशियों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। 28 जुलाई 2025 को मंगल ग्रह कन्या राशि में प्रवेश करेंगे और 13 सितंबर तक यहीं रहेंगे। करीब डेढ़ महीने तक मंगल का यह गोचर कुछ लोगों के लिए जीवन के हर पहलू में चुनौतियां पैदा करेगा।
मंगल और बुध के बीच होता है विरोध
कन्या राशि बुध ग्रह की राशि है और मंगल व बुध के बीच स्वाभाविक शत्रुता मानी जाती है। ऐसे में जब मंगल कन्या में प्रवेश करते हैं, तो यह गोचर क्रोध, तनाव, स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतों और दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा भूमि, संपत्ति, वाहन और नौकरी से जुड़े मामलों में भी अड़चनों का योग बनता है।
किस राशि के लोगों को रहना होगा सतर्क? आइए जानते हैं
तुला राशि: हर मोर्चे पर बढ़ेगा तनाव
मंगल का यह गोचर तुला राशि वालों के लिए विशेष रूप से तनावपूर्ण साबित हो सकता है। मानसिक रूप से बेचैनी बनी रहेगी और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ सकता है।
- स्वास्थ्य: नींद की कमी, माइग्रेन या ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
- खर्चे: इस समय गैरजरूरी खर्च बढ़ सकते हैं, जिससे बजट गड़बड़ा सकता है।
- विदेश से जुड़े कार्य: यदि आप विदेश जाकर पढ़ाई या नौकरी करने की योजना बना रहे हैं, तो अड़चनें आ सकती हैं।
- गुस्सा नियंत्रित करें: इस दौरान छोटी सी बात पर विवाद हो सकता है, जिससे रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
- धनु राशि: कार्यस्थल पर बढ़ेगी टेंशन
धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर नौकरी और करियर के लिहाज से सावधानी का संकेत दे रहा है। दसवें भाव में मंगल का गोचर आपके कार्य क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
- ऑफिस में माहौल: सहकर्मियों से बहस की स्थिति बन सकती है। किसी भी तरह की राजनीति या विवाद से दूर रहना सही रहेगा।
- सड़क दुर्घटना का योग: ऑफिस आते-जाते वक्त वाहन चलाते समय सतर्कता जरूरी होगी। विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों को सावधान रहना चाहिए।
- विरोधियों से बचाव: कार्यस्थल पर आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा सकती है।
- मेष राशि: दुर्घटना और भय का बनेगा योग
मेष राशि के लिए मंगल का यह गोचर स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों के लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहेगा। मंगल आपकी ही राशि का स्वामी है, ऐसे में इसका असर ज्यादा महसूस होगा।
- यात्रा के योग: इस समय लंबी दूरी की यात्राओं को टालना ही बेहतर रहेगा। दुर्घटना या चोट की संभावना बनी हुई है।
- मनोस्थिति: असुरक्षा, भय और बेचैनी जैसी भावनाएं हावी रह सकती हैं। आप खुद को तनावपूर्ण स्थितियों में पा सकते हैं।
- संपत्ति विवाद: यदि आप किसी प्रॉपर्टी डील या विवाद से जुड़े हैं, तो यह समय मुश्किलें ला सकता है।
- दैनिक जीवन: काम-काज में मन नहीं लगेगा, जिससे प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।
कन्या राशि में मंगल का प्रभाव और आम संकेत
मंगल जब कन्या राशि में होते हैं तो उनका प्रभाव तर्क, विश्लेषण और व्यवस्थित सोच पर होता है। लेकिन चूंकि मंगल एक उग्र ग्रह है और कन्या बुध की राशि है, इसलिए यह स्थिति कई बार मानसिक असंतुलन और जल्दबाजी में लिए गए गलत फैसलों का कारण बनती है।
- क्रोध और चिड़चिड़ापन: जो लोग पहले से ही तनाव से गुजर रहे हैं, उनके लिए यह समय और कठिन हो सकता है।
- अनावश्यक बहस: सामाजिक और पारिवारिक जीवन में तकरार बढ़ सकती है। विशेष रूप से पति-पत्नी के बीच मतभेद का खतरा है।
- प्रेम संबंधों पर असर: प्रेमी जोड़ियों के बीच गलतफहमियां और दूरी बन सकती है।
व्यापारियों और निवेशकों के लिए भी हो सकती है चुनौती
मंगल का कन्या में गोचर उन लोगों को भी सतर्क कर रहा है जो भूमि, प्रॉपर्टी, निर्माण या वाहन क्षेत्र से जुड़े व्यापार में हैं। किसी भी तरह के बड़े निर्णय को इस समय टालना चाहिए, वरना नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- रियल एस्टेट कारोबार: सौदे अटक सकते हैं या विवाद में फंस सकते हैं।
- नए प्रोजेक्ट की शुरुआत: योजना बनने के बाद भी अड़चनों की संभावना है।
अन्य राशियों पर हल्का प्रभाव
मंगल के इस गोचर का अन्य राशियों पर भी हल्का असर हो सकता है, लेकिन तुला, धनु और मेष राशि वालों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। ये राशियाँ सीधे मंगल के प्रभाव क्षेत्र में आ रही हैं, इसलिए उन्हें हर कदम फूंक-फूंक कर रखने की जरूरत है।
मंगल गोचर 2025 की अवधि
- शुरुआत: 28 जुलाई 2025
- समाप्ति: 13 सितंबर 2025
करीब 47 दिनों का यह गोचर काल कई राशियों के लिए निर्णय और धैर्य की परीक्षा लेकर आएगा। इस दौरान ग्रहों की चाल हर क्षेत्र पर असर डालेगी मानसिक स्थिति से लेकर भौतिक परिस्थितियों तक।