मध्य प्रदेश के सीधी जिले में ड्यूटी के दौरान ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली महिला पुलिसकर्मी अंजू देवी जायसवाल को निलंबित कर दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और नियमों के अनुसार कार्रवाई जारी है।
भोपाल: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में ड्यूटी के दौरान ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणी करने वाली महिला कांस्टेबल अंजू देवी जायसवाल को पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई वायरल हुए वीडियो के आधार पर की गई, जिसमें कांस्टेबल अंजू पुलिस वर्दी में ड्यूटी के दौरान ब्राह्मणों पर अभद्र भाषा का प्रयोग करती नजर आई।
पुलिस विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। निलंबन आदेश के मुताबिक, अंजू देवी को मुख्यालय रक्षित केंद्र, जिला सीधी में रहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी और वे पुलिस अधीक्षक की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ सकतीं।
स्कूल कार्यक्रम में विवादित टिप्पणी से हंगामा
घटना 24 अक्टूबर 2025 की है, जब शहर के एक स्कूल में गायिका शहनाज अख्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। महिला कांस्टेबल अंजू उस समय ड्यूटी पर तैनात थीं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ब्राह्मण समाज के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला तेजी से चर्चा में आया। कई नागरिक और समाजिक संगठन पुलिस विभाग से कठोर कार्रवाई की मांग करने लगे।
ब्राह्मण समाज ने उठाई कार्रवाई की मांग
ब्राह्मण समाज के कई संगठनों ने महिला कांस्टेबल के आचरण को लेकर सवाल उठाए और सीधी पुलिस अधीक्षक से तुरंत कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि ड्यूटी में रहते हुए इस तरह की टिप्पणी न केवल अनुशासनहीनता है, बल्कि समाज में नकारात्मक संदेश फैलाने वाला भी है। समाज की प्रतिक्रिया और वायरल वीडियो के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए निलंबन और जांच का कदम उठाया।
महिला कांस्टेबल निलंबित
पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने वायरल वीडियो के आधार पर महिला कांस्टेबल के आचरण को कदाचरण मानते हुए 25 अक्टूबर 2025 को उन्हें निलंबित कर दिया।
निलंबन के दौरान अंजू देवी जायसवाल का मुख्यालय रक्षित केंद्र, जिला सीधी निर्धारित किया गया है। इस दौरान उन्हें जीवन-निर्वाह भत्ता मिलेगा, लेकिन वे बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ सकतीं और अपनी उपस्थिति नियमित रूप से दर्ज कराना होगा। एसपी ने कहा कि वर्दी में रहते हुए इस तरह की अभद्र टिप्पणी अनुशासनहीनता और पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुँचाती है।













