हरदा में करणी सेना ने ठगी केस में पुलिस पर पैसे लेकर आरोपी को बचाने का आरोप लगाया। थाने के बाहर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और जिलाध्यक्ष समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
हरदा (मध्य प्रदेश)। हरदा जिले में करणी सेना का विरोध प्रदर्शन शनिवार शाम उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। आरोप था कि पुलिस ने ठगी के एक मामले में रिश्वत लेकर आरोपी को बचाने की कोशिश की है। इस मामले में करणी सेना जिलाध्यक्ष समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ठगी के केस में पुलिस पर पैसे लेकर आरोपी को बचाने का आरोप
घटना की शुरुआत एक ठगी मामले से हुई जिसमें हरदा निवासी आशीष राजपूत ने शिकायत दर्ज कराई थी। आशीष ने बताया कि एक पंडित की सलाह पर उसने हीरा पहनने का विचार किया। इसके बाद मोहित वर्मा नामक युवक ने उससे 18 लाख रुपये के हीरे का सौदा किया। मोहित ने उसे इंदौर बुलाया और वहां उसे विक्की लोधी और उमेश तपानिया से मिलवाया। हीरा एक ज्वेलर्स की दुकान पर जांच में असली निकला, लेकिन बाद में उसे मुंबई ले जाकर नकली हीरा पकड़ा दिया गया।
इस धोखाधड़ी के बाद आशीष को आरोपियों ने चेक दिए जो बैंक में बाउंस हो गए। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर शनिवार को कोर्ट में चालान पेश किया। लेकिन करणी सेना का आरोप है कि पुलिस ने इस केस में ढाई लाख रुपये लेकर आरोपी को बचाने की कोशिश की।
थाने के बाहर प्रदर्शन हुआ उग्र, पुलिस का बल प्रयोग
करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत के नेतृत्व में कार्यकर्ता सिटी कोतवाली थाने के बाहर प्रदर्शन के लिए पहुंचे। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई। मामला बढ़ने पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को हटाया।
पुलिस ने पानी की बौछारों, आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ शांति भंग करने और बलवा की धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
लाठीचार्ज के बाद सड़क पर बैठे करणी सैनिक
पुलिस कार्रवाई से नाराज करणी सेना कार्यकर्ता हरदा स्टेट हाइवे पर एकत्र हो गए। वे सड़क पर बैठ गए और सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि जिलाध्यक्ष को तुरंत रिहा किया जाए और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाए।
करणी सेना कार्यकर्ता राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था लेकिन पुलिस ने बर्बरता दिखाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए हमारे नेताओं को बिना कारण जेल भेजा।
पुलिस की सफाई
हरदा के एडिशनल एसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया गया था और उसे जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के बाद कुछ लोग थाने के बाहर इकट्ठा होकर कोर्ट परिसर के कामकाज में बाधा पहुंचा रहे थे।
प्रजापति ने बताया कि इन लोगों ने आरोपी के साथ मारपीट और हत्या की धमकी देने की कोशिश की। पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई, इसलिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। उन्होंने कहा कि चार लोगों को जेल भेजा गया है और बाकी के खिलाफ बलवा की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।