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 National I Love Horses Day: घोड़ों के प्रति प्रेम और सम्मान का दिन

 National I Love Horses Day: घोड़ों के प्रति प्रेम और सम्मान का दिन

हर साल 15 जुलाई को दुनिया भर में 'नेशनल आई लव हॉर्सेस डे' यानी 'मैं घोड़ों से प्यार करता/करती हूं दिवस' मनाया जाता है। यह दिन उन शानदार प्राणियों के सम्मान में मनाया जाता है जो सदियों से इंसान के सच्चे साथी रहे हैं — चाहे खेतों में काम करना हो, युद्धों में साथ देना हो या फिर मनोरंजन का साधन बनना हो।

घोड़ों का इतिहास

घोड़ों और इंसानों के रिश्ते की शुरुआत लगभग 6,000 साल पहले हुई मानी जाती है। प्राचीन समय में घोड़े सिर्फ शान की सवारी नहीं थे, बल्कि युद्धों के साथी, खेतों के सहायक और व्यापार के साधन भी थे। घोड़ों ने इंसानों को यात्रा करने, संदेश पहुँचाने और नई जगहें खोजने में मदद की। उन पर सवार होकर राजा-महाराजाओं ने युद्ध लड़े और विजय प्राप्त की। आज भी घोड़े खेल, मनोरंजन और चिकित्सा (थैरेपी) के क्षेत्र में उपयोग किए जाते हैं।

क्यों मनाते हैं 'नेशनल आई लव हॉर्सेस डे'?

यह दिवस घोड़ों के प्रति हमारे प्रेम, श्रद्धा और कृतज्ञता को व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। वे न केवल शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी इंसानों से जुड़ते हैं। घोड़े इंसानों की भावनाओं को समझ सकते हैं, डर या उत्साह को भांप सकते हैं, और कई बार मुश्किल समय में सहारा भी बनते हैं। इसलिए 15 जुलाई को एक दिन घोड़ों के नाम किया गया है — ताकि हम उनके योगदान को याद करें और उनका सम्मान करें।

घोड़ों की विशेषताएँ जो उन्हें खास बनाती हैं

  • समझदारी और भावनात्मक जुड़ाव: घोड़े इंसानों की बॉडी लैंग्वेज और भावनाओं को समझ सकते हैं।
  • तेजी और ताकत: घोड़े लंबी दूरी तक तेज़ी से दौड़ सकते हैं और भारी वजन उठा सकते हैं।
  • वफादारी: एक बार अगर घोड़ा किसी पर भरोसा कर ले, तो वह उसका सच्चा साथी बन जाता है।
  • खूबसूरती और गरिमा: घोड़े का चाल-ढाल, चमकदार शरीर और ग्रीवा की लहराती हुई बाल उसे अत्यंत आकर्षक बनाते हैं।

कैसे मनाएं 'नेशनल आई लव हॉर्सेस डे'?

1. घुड़सवारी का अनुभव लें

अगर आपके आस-पास कोई घुड़सवारी क्लब या फार्म है, तो इस दिन एक घोड़े के साथ समय बिताएं। उन्हें सेब या गाजर जैसी चीज़ें खिलाएं और उनकी पीठ पर बैठकर सवारी का आनंद लें। ये अनुभव आपके जीवन का यादगार पल बन सकता है।

2. जंगल या पहाड़ों में घूमते जंगली घोड़ों को देखें

भारत में तो यह मौका दुर्लभ हो सकता है, लेकिन अमेरिका जैसे देशों में अब भी कुछ इलाकों में जंगली घोड़े मिलते हैं। अगर आप बाहर यात्रा पर हैं, तो ऐसे नेचर पार्क या संरक्षित इलाकों की सैर करें जहाँ जंगली घोड़े देखे जा सकते हैं।

3. घोड़ों पर आधारित फिल्में देखें

अगर आप बाहर नहीं जा सकते तो घर पर रहकर कुछ प्रेरणादायक फिल्में देख सकते हैं जो घोड़ों की कहानियों पर आधारित हैं। जैसे:

  • ब्लैक ब्यूटी (Black Beauty): यह एक घोड़े की आत्मकथा जैसी कहानी है।
  • सीक्रेटेरियट (Secretariat): एक महिला और उसके रेस घोड़े की प्रेरक कहानी।
  • वॉर हॉर्स (War Horse): प्रथम विश्व युद्ध में एक घोड़े की मार्मिक यात्रा।

4. घोड़ों के लिए दान करें

आप चाहें तो किसी एनिमल वेलफेयर संस्था को दान करके उन घोड़ों की मदद कर सकते हैं जो घायल, बीमार या बेसहारा हैं। ऐसा करना घोड़ों के प्रति सच्चे प्रेम की निशानी है।

भारत में घोड़ों की भूमिका

भारत में भी घोड़ों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रहा है। राजपूत योद्धा महाराणा प्रताप का प्रसिद्ध घोड़ा चेतक हो या फिर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की घोड़ी, घोड़े हमारे इतिहास में वीरता और समर्पण के प्रतीक रहे हैं। राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में आज भी घोड़े ग्रामीण जीवन का हिस्सा हैं और त्योहारों में उनका उपयोग होता है।

घोड़े और चिकित्सा: 'हॉर्स थैरेपी'

आजकल ‘इक्वाइन थेरेपी’ यानी हॉर्स थेरेपी मानसिक और शारीरिक विकलांगता से जूझ रहे लोगों के लिए उपयोगी पाई गई है। इससे आत्मविश्वास, फोकस और शारीरिक संतुलन बढ़ता है। घोड़े इंसानों के साथ घुल-मिल जाते हैं और थेरेपी का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

घोड़े हमारे जीवन में सिर्फ साधन नहीं, बल्कि सच्चे साथी और प्रेरणा के स्रोत हैं। 'नेशनल आई लव हॉर्सेस डे' हमें यह सिखाता है कि इन सुंदर और वफादार प्राणियों के प्रति हमारा प्यार और सम्मान कितना जरूरी है। आज के दिन उनके योगदान को याद करें, उनसे जुड़ें और उनके लिए कुछ अच्छा करें।

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