परिवार में जन्म क्रम का एक खास महत्व होता है। हर बच्चे की अपनी एक अलग पहचान और भूमिका होती है, जो उसके व्यक्तित्व को आकार देती है। इनमें से ‘बीच का बच्चा’ या ‘मिडिल चाइल्ड’ की अपनी एक खास जगह होती है, जो अक्सर परिवार के बड़े और छोटे बच्चों के बीच कहीं खो जाती है। इसी विशेष स्थिति को मान्यता देते हुए हर साल 12 अगस्त को राष्ट्रीय मिडिल चाइल्ड डे (National Middle Child Day) मनाया जाता है। यह दिन उन बच्चों और वयस्कों के लिए है जो परिवार में बीच में जन्मे हैं, ताकि उनकी भावनाओं, संघर्षों और विशेष गुणों को समझा और सम्मानित किया जा सके।
मिडिल चाइल्ड डे क्यों मनाते हैं?
परिवार में जो बच्चे सबसे बड़े होते हैं, उन्हें अक्सर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी और ध्यान मिलता है। वहीं, सबसे छोटे बच्चे को पाकर परिवार के सभी सदस्य उसकी देखभाल और प्यार में जुट जाते हैं। लेकिन बीच का बच्चा—जो न तो सबसे बड़ा होता है और न ही सबसे छोटा—कई बार अपने लिए उतनी पहचान या प्यार महसूस नहीं कर पाता। यही कारण है कि मिडिल चाइल्ड डे मनाकर इस बच्चे की भावनाओं और उसकी विशिष्टता को सम्मानित किया जाता है।
‘मिडिल चाइल्ड सिंड्रोम’ एक ऐसा मनोवैज्ञानिक सिद्धांत है, जो बताता है कि बीच के बच्चों को अक्सर परिवार में नजरअंदाज किया जाता है, जिससे वे अनजाने में आत्मनिर्भर, लचीले और समझदार बन जाते हैं। इसलिए यह दिन खास तौर पर उनके लिए है, ताकि उन्हें वह प्यार और ध्यान मिले जो वे अक्सर मिस कर जाते हैं।
मिडिल चाइल्ड डे कैसे मनाएं?
1. विशेष ध्यान दें
माँ-बाप अपने बीच के बच्चे के साथ एक विशेष दिन बिताएं। उन्हें अपने पसंदीदा भोजन पर लंच या डिनर पर लेकर जाएं या घर पर ही उनकी पसंद का खाना बनाएं। उनसे बात करें, उनके शौक, सपनों और इच्छाओं को समझें। इस दिन उनका मनोबल बढ़ाने के लिए छोटे-छोटे सरप्राइज जैसे कार्ड, फूल, गुब्बारे या नोट भी दिया जा सकता है।
2. मिडिल चाइल्ड की खूबियां जानें
बीच के बच्चे अक्सर अनोखे गुणों के धनी होते हैं। वे अधिक नवाचारी होते हैं, स्वतंत्रता की भावना रखते हैं और पारिवारिक सदस्यों के बीच मेलजोल बनाने का काम करते हैं। उनका धैर्य और लचीलापन उन्हें जीवन के कठिन दौरों से निपटने में मदद करता है। इस दिन इनके इन गुणों को जानना और सराहना बहुत जरूरी होता है।
3. परिवार और दोस्तों के साथ मस्ती करें
मिडिल चाइल्ड डे को खुशी-खुशी मनाने के लिए परिवार के सदस्य मिलकर खेल खेल सकते हैं, म्यूजिक और डांस कर सकते हैं या फिर किसी पसंदीदा फिल्म का आनंद ले सकते हैं। परिवार की यह खुशी बीच के बच्चे को विशेष महसूस कराएगी।
4. टीवी शो और फिल्में देखें
टीवी पर कई लोकप्रिय शो ऐसे हैं जिनके मुख्य किरदार मिडिल चाइल्ड हैं, जैसे कि ‘Malcolm in the Middle’, ‘The Middle’, ‘Stuck in the Middle’ आदि। इस दिन ये शो देखकर परिवार मिडिल चाइल्ड के अनुभवों और मजेदार परिस्थितियों को समझ सकता है।
मिडिल चाइल्ड के खास गुण
बीच के बच्चे की जीवनशैली और व्यक्तित्व पर परिवार में उनका जन्म क्रम गहरा प्रभाव डालता है। उन्हें अक्सर खुद को साबित करने, अपने लिए अलग पहचान बनाने और परिवार के बड़े-छोटे सदस्यों के बीच संतुलन बनाने की जिम्मेदारी मिलती है। इस कारण वे कई खास गुण विकसित करते हैं:
- स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता: मिडिल चाइल्ड को अक्सर परिवार के बड़े बच्चे की तुलना में कम ध्यान मिलता है, इसलिए वे स्वाभाविक रूप से अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बन जाते हैं।
- संधायक और मध्यस्थ: वे परिवार के सदस्यों के बीच संतुलन और शांति बनाए रखने में माहिर होते हैं। यही कारण है कि वे अक्सर परिवार के ‘पीसकीपर’ कहलाते हैं।
- नवाचार की क्षमता: नया प्रयोग करने और अलग सोच अपनाने में मिडिल चाइल्ड सबसे आगे होते हैं।
- सहनशीलता और लचीलापन: उन्हें पारिवारिक दबावों और अपेक्षाओं के बीच खुद को बनाए रखना आता है, जिससे वे मानसिक रूप से मजबूत और लचीले बनते हैं।
मिडिल चाइल्ड सिंड्रोम: एक समझ की जरूरत
बीच के बच्चे के जीवन में ‘मिडिल चाइल्ड सिंड्रोम’ का प्रभाव एक चुनौती की तरह भी आता है। वे कभी-कभी अपने लिए उपयुक्त स्थान नहीं पा पाते और परिवार के बड़े या छोटे बच्चे के मुकाबले अपनी जगह तय करने में संघर्ष करते हैं। उनके लिए यह महसूस करना जरूरी होता है कि वे भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
यह दिन इस बात की याद दिलाता है कि हर बच्चे की अपनी एक अनूठी जगह होती है, और बीच का बच्चा भी अपने आप में खास है। परिवार के अन्य सदस्यों को चाहिए कि वे मिडिल चाइल्ड की भावनाओं को समझें और उन्हें समान प्रेम व सम्मान दें।
मिडिल चाइल्ड डे का सामाजिक महत्व
मिडिल चाइल्ड डे केवल एक परिवार के स्तर पर ही नहीं बल्कि समाज में भी जागरूकता फैलाने का अवसर है। यह दिन बच्चों के जन्म क्रम की महत्वपूर्ण भूमिका और उससे जुड़े प्रभावों को समझने का जरिया है। इस दिन विभिन्न प्लेटफार्मों पर मिडिल चाइल्ड के व्यक्तित्व और उनकी चुनौतियों पर चर्चा होती है, जिससे उनकी उपेक्षा को कम किया जा सके।
12 अगस्त का राष्ट्रीय मिडिल चाइल्ड डे हमें यह याद दिलाता है कि परिवार के बीच के बच्चे भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने कि सबसे बड़े या सबसे छोटे। वे परिवार की धड़कन होते हैं, जो प्रेम, संतुलन और समझ का सूत्रधार बनते हैं। इस दिन हमें उन्हें विशेष महसूस कराना चाहिए और उनकी अनमोल उपस्थिति को स्वीकार करना चाहिए।