एनडीए ने 4 सितंबर को बिहार बंद का ऐलान किया। पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां पर महागठबंधन के मंच पर अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में सभी घटक दल विरोध प्रदर्शन करेंगे। जनता से शांतिपूर्ण भागीदारी की अपील की गई है।
Bihar Bandh: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 4 सितंबर 2025 को पूरे बिहार में बंद का ऐलान किया है। यह बंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां पर महागठबंधन के एक कार्यक्रम में की गई अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ है। एनडीए के सभी घटक दल इस बंद में भाग लेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस बंद का मुख्य उद्देश्य जनता को इस घटना के प्रति जागरूक करना और विरोध जताना है।
विरोध की वजह: पीएम मोदी की मां पर अपमानजनक टिप्पणी
पटना में हुए एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अपनी मां, हीराबेन को लेकर महागठबंधन के मंच पर अपमानजनक टिप्पणियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है, बल्कि देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान है। पीएम मोदी ने भावुक होकर बिहार की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटना ने उन्हें और बिहारवासियों को गहरा दुख दिया है।
पीएम मोदी का भावुक संदेश
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने अपनी मां को याद करते हुए भावुक रूप से कहा कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने 100 साल की लंबी उम्र पूरी की और उनका जीवन राजनीति से दूर था। पीएम मोदी ने सवाल किया कि उनकी मां का क्या गुनाह था कि उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां सुननी पड़ीं। उन्होंने इसे बेहद दुखद और पीड़ादायक बताया।
NDA के घटक दलों की भूमिका
एनडीए के सभी घटक दल 4 सितंबर को विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। इन दलों का उद्देश्य महागठबंधन के खिलाफ संदेश देना और प्रधानमंत्री की मां पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करना है। यह विरोध प्रदर्शन बिहार के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक भाग लेंगे।
बिहार बंद के दौरान सभी प्रमुख व्यापारिक केंद्र, स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय प्रभावित हो सकते हैं। एनडीए ने जनता से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से विरोध में भाग लें। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इसके अलावा, यातायात और परिवहन पर असर पड़ सकता है, इसलिए लोगों को रूट बदलने या यात्रा में सावधानी रखने की सलाह दी जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
महागठबंधन और विपक्षी दलों ने अभी तक इस बंद पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, इस मुद्दे ने बिहार की राजनीतिक सियासत को गर्म कर दिया है। विपक्ष के नेताओं ने भी इस घटना पर टिप्पणियां की हैं, लेकिन एनडीए इसे प्रधानमंत्री की और उनके परिवार की गरिमा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा मान रहा है।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि मां ही हमारे जीवन की आत्मा और स्वाभिमान हैं। उन्होंने सभी को यह याद दिलाया कि किसी भी महिला के प्रति अपमानजनक टिप्पणी सहनीय नहीं हो सकती। पीएम मोदी ने भावुक होकर कहा कि यह घटना उनके लिए निजी अपमान ही नहीं बल्कि सामाजिक अपमान भी है, जिसे वे और उनके समर्थक सहन नहीं करेंगे।