नई दिल्ली से जम्मू जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस में तकनीकी खराबी आने से ट्रेन को पानीपत स्टेशन पर कई घंटे रोका गया। रेलवे ने डीजल इंजन से ट्रेन खींचकर यात्रियों के लिए दूसरी ट्रेन की व्यवस्था की।
नई दिल्ली: जम्मू जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस में सोमवार (6 अक्टूबर) रात तकनीकी खराबी आने से ट्रेन को पानीपत स्टेशन पर कई घंटे के लिए रोकना पड़ा। ट्रेन का मोटर कोच समालखा के पास अचानक खराब हो गया, जिससे लगभग 1500-1600 यात्री असुविधा झेलते रहे।
रेलवे ने डीजल इंजन मंगाकर ट्रेन को पानीपत लाया और दूसरी ट्रेन की व्यवस्था कर यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया। अधिकारियों ने कहा कि तकनीकी खराबी को तुरंत ठीक करने और भविष्य में ऐसी समस्या रोकने के लिए जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
ट्रेन में तकनीकी खराबी से यात्रियों में अफरा-तफरी
नई दिल्ली से कठुआ जा रही वंदे भारत ट्रेन का इंजन चलते-चलते अचानक बंद हो गया। ट्रेन रुकते ही यात्रियों में भय और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
शुरुआती जानकारी में यात्रियों को कहा गया कि ट्रेन जल्द ही दोबारा चल जाएगी, लेकिन बाद में पता चला कि समस्या गंभीर है। रेलवे ने तुरंत डीजल इंजन मंगाकर ट्रेन को पानीपत तक खींचा और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
ट्रेन खराबी पर यात्रियों ने प्रतिक्रिया दी
ट्रेन में यात्रा कर रहे अनिल शर्मा ने बताया, “शुरुआत में कहा गया कि ट्रेन आगे जाएगी, लेकिन बाद में नई ट्रेन भेजी गई। तकनीकी खराबी किसी की गलती नहीं थी। रेलवे ने स्थिति को संभालने में अच्छा काम किया।”
बिहार के समस्तीपुर से वैष्णो देवी दर्शन जा रहे अनिल कुमार मंडल ने नाराजगी जताते हुए कहा, “ट्रेन दिल्ली से चली थी, लेकिन अंबाला तक भी नहीं पहुंची। बच्चों और महिलाओं के लिए यह बहुत मुश्किल भरा था। पहले पूरी तकनीकी जांच होनी चाहिए थी।”
निरज और पीयूष व्यास जैसे अन्य यात्री भी रेलवे के त्वरित उपाय और स्टाफ की मदद की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे रैक की व्यवस्था के साथ यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाया गया।
रेलवे की कार्रवाई
रेलवे ने बताया कि तकनीकी दिक्कत को ठीक कर लिया गया है और यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुँचाने के लिए दूसरी ट्रेन की व्यवस्था की गई। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और किसी भी तरह की अनावश्यक असुविधा नहीं होने दी।
नेपाल निवासी गोविंद गौतम, जो कटरा जा रहे थे, ने बताया कि ट्रेन को डीजल इंजन से खींचकर पानीपत लाया गया। थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन नया रैक जल्द ही आ गया और यात्रियों को सीट पर ही बैठकर यात्रा पूरी करने का विकल्प दिया गया। रेलवे स्टाफ ने स्थिति को काफी नियंत्रण में रखा।