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Olympics 2036: IOC ने मेजबानी प्रक्रिया पर लगाई रोक, भारत की उम्मीदों को लगा बड़ा झटका

Olympics 2036: IOC ने मेजबानी प्रक्रिया पर लगाई रोक, भारत की उम्मीदों को लगा बड़ा झटका

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लगाने का फैसला किया है। इस निर्णय के चलते भारत सहित कई अन्य देशों की मेजबानी पर फिलहाल कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाएगा।

स्पोर्ट्स न्यूज़: 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी को लेकर भारत समेत कई देशों की उम्मीदों पर फिलहाल विराम लग गया है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने हाल ही में अपनी कार्यकारी बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा। यह घोषणा IOC की नई अध्यक्ष क्रिस्टी कॉवेंट्री ने 26 जून को लुसाने (स्विट्जरलैंड) में बोर्ड की पहली बैठक के बाद की। भारत ने 8 महीने पहले ही इस आयोजन की मेजबानी के लिए अपना औपचारिक प्रस्ताव दिया था, लेकिन अब इस पर अंतिम निर्णय और टल गया है।

IOC ने क्यों लगाया मेजबानी प्रक्रिया पर ब्रेक?

IOC अध्यक्ष क्रिस्टी कॉवेंट्री ने बताया कि यह निर्णय दो महत्वपूर्ण कारणों से लिया गया है। पहला, समिति के अधिकांश सदस्य चाहते थे कि वे इस प्रक्रिया में अधिक सक्रिय भूमिका निभाएं। यानी वे सिर्फ मतदान करने तक सीमित न रहें, बल्कि मेजबान चयन के हर स्तर पर उनकी सहभागिता हो। दूसरा, इस बात पर चर्चा जरूरी हो गई थी कि अगले मेजबान शहर की घोषणा कब की जानी चाहिए। इस प्रक्रिया और समयसीमा को लेकर विभिन्न देशों और सदस्यों की राय में अंतर होने से इस पर रोक लगाने का फैसला लिया गया।

कॉवेंट्री ने कहा, हम मेजबानी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और समावेशी बनाना चाहते हैं। इसके लिए जल्द ही एक कार्य समूह गठित किया जाएगा, जो इस प्रक्रिया की समीक्षा करेगा और नई सिफारिशें पेश करेगा।

भारत की मेजबानी की तैयारी पर असर

भारत ने पिछले साल अक्टूबर में औपचारिक रूप से IOC को लेटर ऑफ इंटेंट सौंपा था, जिसमें 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की इच्छा जाहिर की गई थी। भारत सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने इस आयोजन को देश के खेल इतिहास का नया अध्याय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक कार्यक्रम में भारत की दावेदारी का ऐलान करते हुए कहा था कि देश 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है।

अब इस निर्णय के बाद भारत को और लंबा इंतजार करना पड़ेगा। पहले माना जा रहा था कि 2025 तक IOC अगले मेजबान की घोषणा कर सकता है, लेकिन फिलहाल यह प्रक्रिया अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई है।

भारत का मेजबानी इतिहास

भारत के लिए मल्टी-स्पोर्ट्स इवेंट्स की मेजबानी कोई नई बात नहीं रही है। देश ने इससे पहले कई बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का सफलतापूर्वक आयोजन किया है:

  • 1951 एशियाई खेल: नई दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों के पहले संस्करण की मेजबानी भारत ने की थी। यह स्वतंत्र भारत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण था।
  • 1982 एशियाई खेल: एक बार फिर नई दिल्ली ने इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी की और इस दौरान भारत की खेल अवसंरचना को नया रूप मिला।
  • 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स: दिल्ली ने ही इस बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल महाकुंभ का आयोजन किया, जिसने भारत की आयोजन क्षमता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित किया।

IOC के इस निर्णय से साफ है कि अब 2036 ओलंपिक की मेजबानी को लेकर भारत और अन्य इच्छुक देशों को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना होगा। जब तक कार्य समूह अपनी रिपोर्ट और नई रूपरेखा प्रस्तुत नहीं करता, तब तक इस दिशा में कोई ठोस प्रगति संभव नहीं होगी।

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