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Orkla India IPO: MTR की पेरेंट कंपनी ला रही है धमाकेदार IPO, जानिए प्राइस बैंड और GMP डिटेल

Orkla India IPO: MTR की पेरेंट कंपनी ला रही है धमाकेदार IPO, जानिए प्राइस बैंड और GMP डिटेल

MTR फूड्स की पेरेंट कंपनी ओर्कला इंडिया लिमिटेड का ₹1,667 करोड़ का IPO 29 अक्टूबर को खुलेगा और 31 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा। यह पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) है। IPO का प्राइस बैंड ₹695-₹730 प्रति शेयर तय हुआ है। ग्रे मार्केट में शेयर लगभग 13% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं।

Orkla India IPO: ओर्कला इंडिया लिमिटेड, जो MTR फूड्स और ईस्टर्न कंडीमेंट्स की पेरेंट कंपनी है, 29 अक्टूबर से अपना ₹1,667 करोड़ का IPO ला रही है। यह पूरी तरह ऑफर फॉर सेल होगा, जिसमें ओर्कला एएसए और उससे जुड़ी संस्थाएं अपनी हिस्सेदारी बेचेंगी। IPO का प्राइस बैंड ₹695-₹730 प्रति शेयर तय किया गया है और 31 अक्टूबर तक बोली लगाई जा सकेगी। निवेशक 20 शेयरों के लॉट में आवेदन कर सकते हैं। ग्रे मार्केट में इसके शेयर इश्यू प्राइस से लगभग 13% ऊंचे भाव पर ट्रेड कर रहे हैं, जो मजबूत लिस्टिंग संकेत दे रहे हैं।

29 अक्टूबर से खुलेगा ओर्कला इंडिया का आईपीओ

ओर्कला इंडिया का आईपीओ 29 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 31 अक्टूबर तक निवेशक इसमें बोली लगा सकेंगे। यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) आधारित इश्यू है, जिसकी कुल वैल्यू 1,667 करोड़ रुपये रखी गई है। इसका मतलब है कि इस आईपीओ से कंपनी को कोई नया फंड नहीं मिलेगा, बल्कि मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।

कंपनी के मौजूदा प्रमोटर ओर्कला एएसए, ओर्कला एशिया होल्डिंग्स एएस और ओर्कला एशिया पैसिफिक पीटीई लिमिटेड इस ऑफर के जरिए अपनी कुछ हिस्सेदारी बाजार में उतारेंगे।

प्राइस बैंड और निवेश की जानकारी

इस आईपीओ का प्राइस बैंड 695 रुपये से 730 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। निवेशक न्यूनतम 20 शेयरों के एक लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। यानी अगर कोई निवेशक ऊपरी प्राइस बैंड पर आवेदन करता है, तो उसे कम से कम 14,600 रुपये का निवेश करना होगा।

आईपीओ की अलॉटमेंट 3 नवंबर को होगी और 6 नवंबर को कंपनी के शेयर एनएसई और बीएसई दोनों एक्सचेंजों पर लिस्ट होंगे।

कंपनी का कारोबार

ओर्कला इंडिया ने 2007 में एमटीआर फूड्स का अधिग्रहण कर भारतीय बाजार में एंट्री की थी। इसके बाद कंपनी ने केरल स्थित ईस्टर्न कंडीमेंट्स नाम के प्रतिष्ठित मसाला ब्रांड को भी खरीद लिया। आज ओर्कला इंडिया भारत के ब्रांडेड फूड सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बन चुकी है।

कंपनी के कुल राजस्व में करीब 66 प्रतिशत हिस्सा मसालों से आता है, जबकि बाकी हिस्सा इंस्टेंट फूड और रेडी-टू-कुक प्रोडक्ट्स से जुड़ा हुआ है।

पिछले कुछ वर्षों में कंपनी का प्रदर्शन स्थिर रहा है। वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2025 के बीच कंपनी की आय में लगभग 5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की गई है। हालांकि, 2010 से 2020 के बीच कंपनी की राजस्व वृद्धि 13 प्रतिशत से अधिक रही थी।

वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी ने 8.5 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। इस दौरान कंपनी के मार्जिन में भी सुधार देखा गया है, जिसका कारण कच्चे माल की कीमतों में गिरावट और वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स की बढ़ती बिक्री बताई जा रही है।

मजबूत वित्तीय स्थिति

ओर्कला इंडिया का प्रबंधन साफ कर चुका है कि कंपनी को नई पूंजी की जरूरत नहीं है, क्योंकि उसका बिजनेस हर साल 300 से 400 करोड़ रुपये का कैश फ्लो उत्पन्न करता है। कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत है और उस पर कोई कर्ज नहीं है।

कंपनी का मानना है कि ब्रांडेड फूड सेक्टर में बढ़ती मांग और उपभोक्ताओं की बदलती आदतें आने वाले वर्षों में उसके लिए नए अवसर लेकर आएंगी।

भारत में ब्रांडेड फूड सेक्टर का बढ़ता दायरा

भारत का पैकेज्ड और ब्रांडेड फूड सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। लोगों की बदलती जीवनशैली और रेडी-टू-कुक उत्पादों की बढ़ती मांग ने इस उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। MTR जैसे भरोसेमंद ब्रांड की मौजूदगी ओर्कला इंडिया को बाजार में एक मजबूत स्थिति प्रदान करती है।

कंपनी का फोकस घरेलू बाजार के साथ-साथ निर्यात पर भी है। ओर्कला इंडिया भारत के अलावा सिंगापुर, मलेशिया, अमेरिका और मध्य पूर्व जैसे देशों में भी अपने उत्पाद बेचती है।

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