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Canara Robeco AMC के शेयर में जबरदस्त गिरावट: कमजोर तिमाही नतीजों से निवेशकों में मची हलचल

Canara Robeco AMC के शेयर में जबरदस्त गिरावट: कमजोर तिमाही नतीजों से निवेशकों में मची हलचल

Canara Robeco AMC के शेयर मंगलवार को 11% तक टूट गए। कंपनी ने लिस्टिंग के बाद पहली बार सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जिसमें रेवेन्यू 11% घटकर ₹107.7 करोड़ और ऑपरेटिंग मार्जिन 68% से गिरकर 63% पर आ गया। बढ़े खर्चों और कमजोर नतीजों से निवेशकों ने जोरदार बिकवाली की।

Canara Robeco AMC Share Price: हाल ही में लिस्ट हुई Canara Robeco Asset Management Company के शेयर मंगलवार को 11% तक टूटकर ₹311.20 के निचले स्तर पर पहुंच गए। कंपनी ने सोमवार को सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए, जिनमें रेवेन्यू 11% घटकर ₹107.7 करोड़ रह गया, जबकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 68% से फिसलकर 63% पर आ गया। बढ़ते खर्चों और कमजोर मुनाफे से निवेशकों का भरोसा डगमगाया। यह गिरावट कंपनी के लिस्टिंग के महज 12 दिन बाद आई है।

11% की गिरावट से हिला बाजार

बीएसई पर केनरा रोबेको एएमसी का शेयर मंगलवार को शुरुआती कारोबार में ही भारी दबाव में आ गया। सुबह के सत्र में यह शेयर 11.23 प्रतिशत गिरकर ₹311.20 तक लुढ़क गया। बाद में थोड़ी रिकवरी के बाद यह ₹327.75 के स्तर पर 6.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था।

यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब कंपनी को लिस्ट हुए मुश्किल से 12 दिन हुए हैं। कंपनी के शेयर 16 अक्टूबर को ₹266 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुए थे और शुरुआती दिनों में इसने अच्छा प्रदर्शन किया था।

तिमाही नतीजों ने तोड़ी रफ्तार

कंपनी ने सोमवार को बाजार बंद होने के बाद सितंबर 2025 तिमाही के नतीजे पेश किए। इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 11 प्रतिशत घटकर ₹107.7 करोड़ रह गया। वहीं, ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 68 प्रतिशत से फिसलकर 63 प्रतिशत पर आ गया।

कंपनी को इस दौरान बढ़ते खर्चों का असर झेलना पड़ा। विश्लेषकों का मानना है कि नई योजनाओं और संचालन लागत में बढ़ोतरी की वजह से कंपनी की लाभप्रदता पर असर पड़ा है।

कंपनी का इतिहास 

केनरा रोबेको एएमसी की शुरुआत 1987 में केनबैंक म्यूचुअल फंड के नाम से हुई थी। बाद में वर्ष 1993 में यह केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड के रूप में उभरा। कंपनी केनरा बैंक और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप एनवी की संयुक्त साझेदारी से संचालित होती है।

दोनों कंपनियों के बीच साझेदारी वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इस जॉइंट वेंचर ने भारतीय म्यूचुअल फंड बाजार में पिछले कुछ वर्षों में अपनी मजबूत मौजूदगी बनाई है।

केनरा बैंक को ये शेयर ₹2.01 प्रति शेयर के औसत मूल्य पर मिले थे और ओरिक्स कॉरपोरेशन यूरोप को ₹12.87 प्रति शेयर पर।

लिस्टिंग के बाद मिला अच्छा रिस्पॉन्स

कंपनी के शेयर 16 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंज पर ₹266 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुए थे। लिस्टिंग के दिन ही यह शेयर 5 प्रतिशत प्रीमियम के साथ ₹280.25 पर बंद हुआ था।

इसके बाद अगले कुछ दिनों में निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा और 27 अक्टूबर को शेयर ₹353.55 के रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच गया। इस तरह लिस्टिंग के सिर्फ 11 दिनों में ही यह शेयर 26.16 प्रतिशत उछला और आईपीओ निवेशकों को लगभग 33 प्रतिशत का मुनाफा दे गया।

नतीजों के बाद बदल गया माहौल

हालांकि, तिमाही नतीजों के बाद माहौल पूरी तरह बदल गया। कमजोर रेवेन्यू और घटते प्रॉफिट मार्जिन ने निवेशकों में चिंता बढ़ा दी। परिणामस्वरूप, मंगलवार को भारी बिकवाली देखने को मिली।

कई मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी की लिस्टिंग के तुरंत बाद आए ये नतीजे निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। बाजार को उम्मीद थी कि हालिया तेजी के बाद कंपनी के नंबर भी बेहतर रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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