ई-कॉमर्स दिग्गज Amazon तीन साल बाद फिर से बड़े पैमाने पर छंटनी करने जा रही है। कंपनी 30 हजार से अधिक कॉरपोरेट कर्मचारियों की छंटनी करेगी, जिसकी शुरुआत मंगलवार से होगी। यह छंटनी एचआर, डिवाइस और एडल्ट सर्विसेज विभागों में होगी और इसका मकसद संगठनात्मक ढांचे को सुचारु करना और एआई आधारित बदलावों के लिए जगह बनाना है।
Amazon Layoff: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने 30 हजार से अधिक कॉरपोरेट कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है। कंपनी ने कर्मचारियों को ईमेल के जरिए इसकी जानकारी दे दी है और प्रक्रिया की शुरुआत मंगलवार से होगी। यह कोविड के बाद की सबसे बड़ी छंटनी है, जो एचआर, डिवाइस, सर्विसेज और अमेजन वेब सर्विसेज जैसे विभागों में की जाएगी। सीईओ एंडी जेसी ने कहा कि बढ़ती ब्यूरोक्रेसी को घटाने और एआई तकनीक के उपयोग को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
तीन साल बाद फिर गिरेगी छंटनी की गाज
Amazon ने साल 2022 में भी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की थी। उस समय लगभग 27 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। अब 2025 में कंपनी फिर से ऐसा कदम उठा रही है। हालांकि, 30 हजार कर्मचारियों की संख्या अमेजन के कुल वर्कफोर्स के मुकाबले कम है, क्योंकि कंपनी में कुल लगभग 15.5 लाख कर्मचारी काम करते हैं। लेकिन कॉरपोरेट स्टाफ के नजरिए से यह एक बड़ा आंकड़ा है, क्योंकि कंपनी के कॉरपोरेट कर्मचारियों की कुल संख्या लगभग 3.5 लाख है। इसका मतलब यह है कि इस बार करीब 10 फीसदी कॉरपोरेट नौकरियां प्रभावित होंगी।
किन विभागों में होगी छंटनी
सूत्रों के मुताबिक इस बार की छंटनी एचआर, डिवाइस और सर्विसेज, तथा Amazon वेब सर्विसेज जैसे प्रमुख विभागों में की जाएगी। कंपनी की रणनीति के तहत इन विभागों में कर्मचारियों की संख्या घटाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। कुछ अनुभवी और वरिष्ठ कर्मचारी भी इस बार की छंटनी की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं।
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही कर्मचारियों को ईमेल के जरिए छंटनी की जानकारी दी जा रही है। जिन कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है, उन्हें अगले कुछ दिनों में औपचारिक नोटिस भी भेजा जाएगा।
कंपनी में बढ़ी ब्यूरोक्रेसी, घटेंगे मैनेजर

Amazon के सीईओ एंडी जेसी ने कुछ समय पहले कहा था कि कंपनी के अंदर ब्यूरोक्रेसी बहुत बढ़ गई है। उनका कहना था कि फैसले लेने में देरी और कई परतों की वजह से कामकाज की रफ्तार प्रभावित हो रही है। इसलिए अब मैनेजमेंट लेयर को कम करने पर फोकस किया जाएगा।
इसके लिए कंपनी ने हाल ही में एक शिकायत लाइन भी शुरू की थी, जहां कर्मचारियों से सुझाव और फीडबैक मांगे गए थे। बताया जा रहा है कि इस लाइन पर 1,500 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिनमें कई लोगों ने संगठन के अंदर अनावश्यक मैनेजमेंट लेयर और दोहराए जा रहे पदों की ओर ध्यान दिलाया था। इसके बाद ही कंपनी ने यह फैसला लिया कि प्रबंधन स्तर पर भी कटौती की जाएगी।
एआई से बदलेगा कामकाज का तरीका
Amazon के सीईओ एंडी जेसी ने जून में संकेत दिया था कि कंपनी अपने कई विभागों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई का इस्तेमाल बढ़ाने जा रही है। इसका सीधा असर कर्मचारियों की संख्या पर पड़ सकता है।
कंपनी अब एआई आधारित टूल्स और सिस्टम्स को अपनाकर कई प्रक्रियाओं को ऑटोमेट करने की दिशा में काम कर रही है। इसका मतलब है कि आने वाले समय में कम लोगों से ज्यादा काम करवाया जाएगा। कंपनी के अंदर कई ऐसी टीमें हैं, जिनके काम को एआई टेक्नोलॉजी से आसान बनाया जा सकता है। ऐसे में कर्मचारियों की जरूरत स्वाभाविक रूप से घटेगी।
लगातार हो रही हैं छंटनियां
पिछले कुछ महीनों में Amazon ने छोटे पैमाने पर भी कई बार कर्मचारियों की छंटनी की है। कंपनी ने डिवाइस, कम्युनिकेशन और पॉडकास्टिंग जैसे विभागों में धीरे-धीरे कटौती की थी। यह नई छंटनी उसी ट्रांसफॉर्मेशन प्रोसेस का हिस्सा मानी जा रही है, जिसके तहत कंपनी खुद को ज्यादा फुर्तीला और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन बनाना चाहती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी पर लंबी अवधि के निवेश बढ़ाने का दबाव भी है। ऐसे में लागत घटाने के लिए कर्मचारियों की संख्या कम करना उसका सबसे आसान विकल्प है।
2025 में छंटनियों का बढ़ता दौर
छंटनी पर नजर रखने वाली एक वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2025 की शुरुआत से अब तक करीब 98 हजार लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। ये छंटनियां दुनिया भर की लगभग 216 कंपनियों में हुई हैं। अगर 2024 का आंकड़ा देखें, तो उस साल करीब 1.53 लाख लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया था।
Amazon की यह छंटनी इसी चलन का हिस्सा है, जहां बड़ी टेक कंपनियां अपने खर्च घटाने और एआई तकनीक अपनाने के कारण कर्मचारियों की संख्या कम कर रही हैं। कंपनी के भीतर इसे “पुनर्गठन” यानी ट्रांसफॉर्मेशन बताया जा रहा है, लेकिन इसका असर हजारों परिवारों पर पड़ने वाला है।












