जन स्मॉल फाइनेंस बैंक को झटका लगा है, क्योंकि RBI ने उसका यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस आवेदन आवश्यक मानदंड पूरे न करने पर लौटा दिया। बैंक ने इसे ‘रिटर्न’ बताया है, न कि ‘रिजेक्शन’। खबर के बाद शेयर 2.79% टूटकर ₹443.95 पर आ गया। बैंक अब आरबीआई अधिकारियों से मुलाकात कर कारण स्पष्ट करेगा।
Universal Bank License: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जन स्मॉल फाइनेंस बैंक का यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस का आवेदन निर्धारित मानदंड पूरे न करने पर लौटा दिया है। बैंक के एमडी और सीईओ अजय कंवल ने बताया कि आरबीआई ने ठोस कारण नहीं बताए हैं और इसे ‘रिटर्न’ माना जाना चाहिए, न कि अस्वीकृति। बैंक इस सप्ताह आरबीआई अधिकारियों से चर्चा करेगा और भविष्य में दोबारा आवेदन करने की योजना बनाएगा। इस खबर के बाद मंगलवार सुबह BSE पर बैंक का शेयर करीब 3% गिर गया।
आवेदन लौटा, रिजेक्शन नहीं बताया बैंक ने
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD और CEO) अजय कंवल ने बताया कि सोमवार देर शाम बैंक को आरबीआई की ओर से आवेदन लौटाने का संदेश मिला। उन्होंने कहा कि आवेदन लौटाने के स्पष्ट कारणों का उल्लेख नहीं किया गया है। लेकिन यह बात साफ है कि यह किसी तरह का रिजेक्शन नहीं है। बैंक का इरादा है कि वह जल्द से जल्द कारणों को समझकर आवश्यक सुधार करे और भविष्य में दोबारा आवेदन करे।
कंवल ने कहा कि बैंक इस सप्ताह आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेगा। इस बैठक में वह उन बिंदुओं पर चर्चा करेगा जिनके कारण आवेदन वापस किया गया है। बैंक का कहना है कि यह कदम केवल प्रक्रियागत है और इसका असर बैंक की मौजूदा वित्तीय स्थिति या ग्राहकों की सेवाओं पर नहीं पड़ेगा।
क्यों जरूरी था यूनिवर्सल बैंक का लाइसेंस

जन स्मॉल फाइनेंस बैंक देश के प्रमुख स्मॉल फाइनेंस बैंकों में से एक है। बैंक पिछले कुछ समय से अपनी सेवाओं के दायरे को बढ़ाने और एक पूर्ण यूनिवर्सल बैंक में बदलने की दिशा में काम कर रहा था। अगर बैंक को यूनिवर्सल बैंक का लाइसेंस मिल जाता, तो उसे को-लेंडिंग जैसे कामों की अनुमति मिल जाती और फंडिंग की लागत (Cost of Funds) भी घट जाती।
अजय कंवल ने कहा कि यूनिवर्सल बैंक बनने से बैंक को और मजबूत बैलेंस शीट और विस्तृत सेवाएं देने में मदद मिलती। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी बैंक के पास ग्राहकों को लगभग सभी प्रमुख बैंकिंग सेवाएं देने की क्षमता है। इसलिए बैंक के संचालन पर कोई तात्कालिक असर नहीं पड़ेगा।
आरबीआई से जल्द होगी मुलाकात
बैंक के शीर्ष प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि वे इस सप्ताह के भीतर आरबीआई के उच्चाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में वे यह जानने की कोशिश करेंगे कि किन मानदंडों को पूरा नहीं किया गया और आगे क्या सुधार करने होंगे।
कंवल ने कहा कि बैंक का इरादा यूनिवर्सल बैंक का लाइसेंस हासिल करने की दिशा में काम जारी रखने का है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि इस बार फिर से आवेदन कब दिया जाएगा, इसकी कोई निश्चित समयसीमा अभी तय नहीं की गई है।
बैंक की संपत्ति पर असर नहीं पड़ेगा
अजय कंवल ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता और वित्तीय स्थिति में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जन स्मॉल फाइनेंस बैंक पहले से ही मजबूत स्थिति में है और अपनी सेवाओं को बिना किसी रुकावट के जारी रखेगा।
कंवल ने यह भी बताया कि बैंक की कोर बैंकिंग गतिविधियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। केवल कुछ विशेष श्रेणी की सेवाओं, जैसे कि को-लेंडिंग या बड़े कॉर्पोरेट फाइनेंस की अनुमति फिलहाल नहीं है।












