राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने वोटर अधिकार यात्रा शुरू की। 16 दिन में 25 जिलों का 1300 किमी सफर तय कर 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में होगी रैली।
Patna: बिहार की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम रविवार से शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के खिलाफ वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा का उद्देश्य है जनता के बीच जाकर वोटर अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाना और साथ ही महागठबंधन का जनाधार मजबूत करना।
यह यात्रा सासाराम से शुरू होकर 16 दिनों में 25 जिलों से गुजरते हुए एक सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगी। महागठबंधन इसे अपनी राजनीतिक मजबूती के तौर पर देख रहा है।
16 दिन की लंबी राजनीतिक यात्रा
यह यात्रा कुल 1300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दक्षिण बिहार से लेकर उत्तर बिहार तक का दौरा करेंगे। इस दौरान वे ग्रामीण और शहरी इलाकों में आम जनता से मुलाकात करेंगे और SIR सहित अन्य मुद्दों पर उनकी राय जानेंगे।
यात्रा के दौरान कुल 16 दिन निर्धारित किए गए हैं जिनमें से 13 दिन सक्रिय यात्रा और 3 दिन ब्रेक के होंगे। ब्रेक की तारीखें 20 अगस्त, 25 अगस्त और 31 अगस्त रखी गई हैं। इन दिनों राहुल गांधी बिहार से बाहर रहेंगे।
राहुल गांधी का बिहार प्रवास
राहुल गांधी की इस यात्रा की खासियत यह है कि वे लगातार करीब दो सप्ताह तक बिहार में मौजूद रहेंगे। यह उनके राजनीतिक करियर में पहला मौका होगा जब वे इतने लंबे समय तक बिहार में सक्रिय रूप से मौजूद रहेंगे। कांग्रेस और राजद दोनों ही इस मौके को बिहार की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम मान रहे हैं।
महागठबंधन का साझा प्रयास
इस यात्रा में केवल राहुल और तेजस्वी ही नहीं बल्कि महागठबंधन के अन्य घटक दलों के बड़े नेता भी शामिल होंगे। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी यात्रा में भाग लेने की पुष्टि की है। महागठबंधन के नेता जनता के साथ संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं को साझा संकल्प पत्र में शामिल करने का भरोसा देंगे।
तेजस्वी यादव ने इस यात्रा के लिए एक विशेष अभियान गीत भी लॉन्च किया है जिसमें बिहार विजय की कामना और महागठबंधन की एकजुटता को प्रस्तुत किया गया है।
यात्रा किन-किन जिलों से गुजरेगी
वोटर अधिकार यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, भोजपुर और पटना जिलों से होकर गुजरेगी।
इन सभी जिलों में महागठबंधन के नेता जनता से सीधे संवाद करेंगे और आगामी राजनीतिक रणनीति को मजबूत करेंगे।
यात्रा का रूट
यात्रा का रूट विस्तार से तय किया गया है।
- 17 अगस्त: सासाराम, डेहरी ऑन सोन, रोहतास।
- 18 अगस्त: कुटुम्बा, औरंगाबाद, देव, गुरारू।
- 19 अगस्त: पुनामा वजीरगंज, गया, नवादा, बरबीघा।
- 20 अगस्त: ब्रेक।
- 21 अगस्त: शेखपुरा, सिकंदरा, जमुई, मुंगेर।
- 22 अगस्त: मुंगेर से सुल्तानगंज होते हुए भागलपुर।
- 23 अगस्त: कटिहार, पूर्णिया।
- 24 अगस्त: पूर्णिया से अररिया और नरपतगंज।
- 25 अगस्त: ब्रेक।
- 26 अगस्त: सुपौल, मधुबनी, दरभंगा।
- 27 अगस्त: दरभंगा से मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी।
- 28 अगस्त: सीतामढ़ी से मोतिहारी और पश्चिमी चंपारण।
- 29 अगस्त: पश्चिमी चंपारण से गोपालगंज और सिवान।
- 30 अगस्त: छपरा और आरा।
- 31 अगस्त: ब्रेक।
- 01 सितंबर: पटना में समापन रैली।