अमेरिका के ट्रंप ने दावा किया कि पीएम मोदी से पाकिस्तान को लेकर बात हुई। भारत ने इसे खारिज किया। मोदी ने केवल दीवाली की शुभकामनाएँ दीं। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान या युद्ध पर कोई चर्चा नहीं हुई।
World News: भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंधों (diplomatic relations) में एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी पाकिस्तान के साथ युद्ध (war) को लेकर बातचीत हुई है। लेकिन भारत ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। इससे पहले भी ट्रंप ने रूस से तेल खरीद को लेकर ऐसा ही दावा किया था, जिसे भारत ने नकार दिया था।
ट्रंप ने हाल ही में कहा कि पीएम मोदी से फोन पर बात हुई, जिसमें पाकिस्तान के साथ युद्ध न करने की बात हुई। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने तुरंत इस बयान को असत्य बताया। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मोदी और ट्रंप के बीच पाकिस्तान पर कोई चर्चा नहीं हुई। इससे पहले 16 अक्टूबर को भी ट्रंप ने दावा किया था कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा, लेकिन भारत ने इस बात को भी खारिज किया था।
भारत-अमेरिका संबंधों में बयानबाज़ी की राजनीति
बीते कुछ वर्षों से यह सिलसिला जारी है कि ट्रंप भारत के साथ बातचीत के बाद सार्वजनिक मंचों पर ऐसे बयान देते हैं जिन्हें भारत बाद में स्पष्ट करता है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी (strategic partnership) बेहद अहम है, लेकिन ट्रंप के कार्यकाल में रूस से तेल खरीद और व्यापारिक शुल्क जैसे मुद्दों ने तनाव बढ़ाया है। बावजूद इसके, मोदी और ट्रंप के बीच संवाद जारी है ताकि रिश्तों में सहजता बनी रहे।
ट्रंप का दावा- 'मोदी से युद्ध रोकने पर हुई बात'
दीवाली के अवसर पर व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की। उन्होंने कहा, “हमने व्यापार पर चर्चा की और पाकिस्तान के साथ कोई युद्ध न हो इस पर भी बात हुई। अब भारत और पाकिस्तान के बीच कोई युद्ध नहीं है, यह बहुत अच्छी बात है।” ट्रंप ने मोदी को “महान व्यक्ति” बताया और कहा कि दोनों के बीच वर्षों से अच्छी मित्रता है।
मोदी का जवाब- ‘धन्यवाद राष्ट्रपति ट्रंप’
ट्रंप के बयान के कुछ समय बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “राष्ट्रपति ट्रंप, आपके फोन कॉल और गर्मजोशी से भरी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। इस प्रकाश पर्व (festival of lights) पर हमारे दोनों लोकतंत्र (democracies) दुनिया को उम्मीद और एकता का संदेश देते रहें।” हालांकि मोदी के बयान में पाकिस्तान या किसी युद्ध का कोई उल्लेख नहीं था।
विदेश मंत्रालय की आधिकारिक स्थिति
भारत के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच पाकिस्तान को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। मंत्रालय ने साफ किया कि भारत की विदेश नीति (foreign policy) स्वतंत्र और संतुलित है। भारत न तो किसी दबाव में निर्णय लेता है और न ही अपनी संप्रभुता (sovereignty) से समझौता करता है।
रूस से तेल खरीद पर भी विवाद
16 अक्टूबर को ट्रंप ने दावा किया था कि मोदी ने उनसे कहा कि भारत रूस से तेल खरीद बंद कर देगा। हालांकि, भारत ने कहा कि देश की ऊर्जा सुरक्षा (energy security) सर्वोच्च प्राथमिकता है और जहां से सस्ता व सुरक्षित तेल मिलेगा, वहीं से खरीद जारी रहेगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट कहा कि भारत अपने हितों के अनुसार ही निर्णय लेगा।
दो बार हुई बातचीत की आधिकारिक पुष्टि
विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच पिछले तीन हफ्तों में दो बार बातचीत हुई है। पहली बार 9 अक्टूबर को गाजा शांति समझौते (Gaza peace agreement) पर और दूसरी बार 21 अक्टूबर को दीवाली के अवसर पर। लेकिन इनमें से किसी भी बातचीत में पाकिस्तान या रूस के तेल पर चर्चा नहीं हुई।
व्हाइट हाउस का दीवाली आयोजन
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीवाली समारोह का आयोजन किया, जिसमें भारत के राजदूत विनय क्वात्रा, अमेरिका के भारत में नए राजदूत सार्जियो गोर और कई भारतीय मूल के अमेरिकी अधिकारी शामिल हुए। समारोह में ट्रंप ने भारत-अमेरिका के संबंधों को “मजबूत और ऐतिहासिक” बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी आगे भी बढ़ती रहेगी।