प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर दिल्ली सरकार ने दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष केंद्रों का उद्घाटन किया है। ये पहल 17 सितंबर से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़े के तहत की गई है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर आज, 17 सितंबर से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़े में दिल्ली सरकार विशेष वर्ग के लोगों के लिए कई अहम पहल कर रही है। इस पखवाड़े के दौरान दृष्टिबाधित, बौद्धिक रूप से दिव्यांग और बुजुर्गों को विशेष तोहफे दिए जाएंगे। कॉलेज जाने वाली दृष्टिबाधित छात्राओं के लिए अटल दृष्टि छात्रावास, बौद्धिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अटल आशा गृह और बुजुर्गों के लिए सावित्रीबाई फुले वरिष्ठ नागरिक गृह का निर्माण किया गया है।
ये केंद्र कुल 64.66 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए हैं और इनका उद्देश्य विशेष वर्ग के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने के अवसर प्रदान करना है।
उद्घाटन समारोह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा त्यागराज स्टेडियम से इन केंद्रों का शुभारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार विशेष वर्ग के लोगों के जीवन को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी वर्ग को सुविधाएं देने में सरकार पीछे नहीं हटेगी।
अटल दृष्टि छात्रावास: दृष्टिबाधित छात्राओं के लिए
तिमारपुर में दिल्ली विश्वविद्यालय के पास 13.42 करोड़ रुपये की लागत से चार मंजिला अटल दृष्टि छात्रावास का निर्माण किया गया है। यह भवन 3703.43 वर्गमीटर में फैला हुआ है और इसमें 96 दृष्टिबाधित छात्राओं के रहने की सुविधा है। छात्रावास को विशेष रूप से छात्राओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। इसमें सहायक सुविधाएं और आधुनिक सुविधाओं के साथ शिक्षा का बेहतर माहौल सुनिश्चित किया गया है।
सावित्रीबाई फुले वरिष्ठ नागरिक गृह: बुजुर्गों के लिए
पश्चिम विहार में 10.64 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए चार मंजिला सावित्रीबाई फुले वरिष्ठ नागरिक गृह में 96 बुजुर्गों के रहने की सुविधा है। इस केंद्र में बुजुर्गों के लिए चिकित्सा सुविधाएं, पौष्टिक भोजन और मनोरंजन की विशेष व्यवस्था की गई है। यह केंद्र बुजुर्गों के लिए सुरक्षित और आरामदायक वातावरण मुहैया कराएगा।
अटल आशा गृह: बौद्धिक रूप से दिव्यांग लोगों के लिए
नरेला में 40.60 करोड़ रुपये की लागत से 12,500 वर्गमीटर में चार मंजिला अटल आशा गृह का निर्माण किया गया है। यह केंद्र 220 बौद्धिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों को आवास, भोजन, स्वास्थ्य जांच, शिक्षा, खेल और मनोरंजन की सुविधा देगा। यह पहल विशेष वर्ग के लोगों के जीवन में आत्मनिर्भरता और सम्मान लाने का एक बड़ा प्रयास है।
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़े में 75 नई योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा। यह पखवाड़ा गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती तक चलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी और सावित्रीबाई फुले की स्मृति में बनाए गए ये केंद्र समाज के कमजोर वर्गों के लिए नई उम्मीद लेकर आए हैं।