पंचकूला पुलिस ने राजीव गुप्ता की हत्या के मामले में 21 वर्षीय सिमरन को गिरफ्तार किया। आरोपी ने इंस्टाग्राम पर मिलने के बहाने उसे फंसा कर हत्या करवाई, जबकि उसके परिवार ने भी इसमें कथित रूप से हाथ बताया।
चंडीगढ़: पंचकुला पुलिस ने 21 साल की युवती को उसके दोस्त की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह मामला 22 अगस्त का है, जब पिंजौर-नालागढ़ बाईपास के पास सुखोमाजरी गांव के नाले में एक लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली। मृतक की पहचान राजीव गुप्ता के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि युवती ने इंस्टाग्राम के माध्यम से राजीव को अपने जाल में फंसाया और हत्या की साजिश रची।
सड़क किनारे लाश मिलने के बाद शुरू हुई जांच
पुलिस को 22 अगस्त को सूचना मिली कि सड़क किनारे नाले में एक लाश दबी हुई है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को बाहर निकाला और जांच शुरू की। प्रारंभिक पहचान के बाद मृतक को राजीव गुप्ता के रूप में पहचाना गया। शव की हालत देखकर स्पष्ट हुआ कि उसे कहीं और हत्या कर नाले में फेंका गया था।
पुलिस ने नाले के आसपास के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया और स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान यह पता चला कि मृतक के परिवार ने पहले ही राजीव के संबंधों और हाल की परिस्थितियों के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी। इसी आधार पर पुलिस ने हत्या की दिशा में जांच तेज कर दी।
इंस्टाग्राम के झांसे में फंसा युवक
पुलिस के अनुसार, आरोपी सिमरन ने इंस्टाग्राम के माध्यम से राजीव गुप्ता से संपर्क किया और उसे मिलने के लिए बुलाया। जांच में सामने आया कि युवती के साथ-साथ उसके परिवार के सदस्य—भाई और चाचा—भी इस हत्या की साजिश में शामिल थे। उन्होंने राजीव को जान से मारने की धमकी दी थी।
राजीव के पिता ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे की अप्रैल में शादी हुई थी, लेकिन उसकी किसी और महिला के साथ भी बातचीत और संबंध थे। यही कारण था कि सिमरन और उसके परिवार ने उसे न केवल धमकाया बल्कि हत्या की योजना बनाई। 9 अगस्त को राजीव अपने एक्टिवा स्कूटर पर घर से निकला और उसका मोबाइल फोन बंद हो गया। उसकी आखिरी लोकेशन पिंजौर में मिली थी।
सिमरन और तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने 14 सितंबर को सिमरन को चंडीगढ़ के मनीमाजरा से गिरफ्तार किया। 15 सितंबर को उसे कोर्ट में पेश किया गया और तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। एसीपी अरविंद कंबोज ने बताया कि युवती से गहन पूछताछ जारी है और हत्या के मामले में और भी तथ्य सामने आ सकते हैं।
इससे पहले, 27 अगस्त को पुलिस ने इस मामले में तीन अन्य आरोपियों—कमलदीप उर्फ कुंदन, सत्यनारायण उर्फ सट्टा और विनोद उर्फ बोडा को गिरफ्तार किया था। उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ये आरोपी भी हत्या में शामिल पाए गए थे और उनसे पूछताछ की गई।