पंजाबी सिंगर और अभिनेता राजवीर जवंदा का 11 दिन तक चल रहे इलाज के बाद निधन हो गया। राजवीर 27 सितंबर को एक भयानक बाइक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और तब से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे।
चंडीगढ़ न्यूज़: पंजाबी गायक राजवीर जवंदा का इलाज के दौरान निधन हो गया है। जवंदा बाइक एक्सीडेंट में घायल हो गए थे और उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। 27 सितंबर को पंजाबी सिंगर का पंचकूला के पिंजौर में बीएमडब्ल्यू बाइक से हादसा हुआ था।
हादसा कैसे हुआ?
राजवीर जवंदा पिंजौर-नालागढ़ रोड पर सेक्टर-30 टी पॉइंट के पास बाइक से जा रहे थे। वह बद्दी से पिंजौर आ रहे थे कि अचानक सड़क पर सांडों की लड़ाई हो गई। इससे उनकी बीएमडब्ल्यू बाइक अनियंत्रित हो गई और राजवीर हाईवे पर गिर गए। हादसे में उनके सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां 11 दिन तक उनका जीवन वेंटिलेटर और एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर निर्भर रहा। हालांकि सभी प्रयासों के बावजूद राजवीर जवंदा का निधन हो गया।
राजवीर जवंदा के पैतृक गांव पौना, लुधियाना और आसपास के इलाकों में उनके निधन की खबर फैलते ही दुआओं और अरदास का दौर शुरू हो गया। गांव के लोग गुरुद्वारा साहिब में उनके स्वास्थ्य और सलामती के लिए अखंड पाठ और अरदास कर रहे थे। राजवीर की मां परमजीत कौर पहले गांव की सरपंच रह चुकी हैं। उनके पिता कर्म सिंह पंजाब पुलिस में ASI थे। राजवीर के दादा और पिता का निधन पहले ही हो चुका था। राजवीर अपनी पत्नी अशविंदर कौर, बेटी हेमंत कौर और बेटे दिलावर सिंह के साथ रहते थे।
शिक्षा और फिल्मी करियर
राजवीर जवंदा ने अपने बचपन में दूरदर्शन की शूटिंग के दौरान गायकी में प्रतिभा दिखाई। उन्होंने जगरांव से पढ़ाई पूरी की और फिर पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला से थिएटर और टेलीविजन में एमए किया। राजवीर ने 2011 में पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल के रूप में काम शुरू किया, लेकिन 2019 में अपने सिंगिंग करियर को आगे बढ़ाने के लिए नौकरी छोड़ दी।
राजवीर जवंदा ने 2014 में अपनी पहली एल्बम ‘मुंडा लाइक मी’ से संगीत जगत में कदम रखा। 2016 में ‘कली जवंदे दी’ ने उन्हें पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने ‘मुकाबला’, ‘कंगणी’, ‘पटियाला शाही पग’, ‘केसरी झंडे’, ‘लैंडलॉर्ड’ और ‘सरनेम’ जैसे कई सुपरहिट गाने दिए। राजवीर ने 2018 में पंजाबी फिल्म ‘सूबेदार जोगिंदर सिंह’ से अभिनय की दुनिया में डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने ‘काका जी’, ‘जिंद जान’, ‘मिंदो तहसीलदारनी’ और ‘सिकंदर 2’ जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया।