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‘परिणाम भयंकर होंगे’, यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली अधिकारी की ऑडियो शेयर कर जताई कड़ी नाराजगी

‘परिणाम भयंकर होंगे’, यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली अधिकारी की ऑडियो शेयर कर जताई कड़ी नाराजगी

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने उपभोक्ता से अधिकारी की असंवेदनशील बातचीत की ऑडियो सार्वजनिक की। विभागीय लापरवाही पर SE को सस्पेंड किया और अन्य अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी।

UP News: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली विभाग की लापरवाही और असंवेदनशील रवैये को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने विभागीय अधिकारी की उपभोक्ता से हुई बातचीत की ऑडियो सोशल मीडिया पर शेयर की है और साफ चेतावनी दी है कि यदि अधिकारी जनता के प्रति जिम्मेदारी नहीं समझते तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। बस्ती जिले के SE को तत्काल निलंबित कर दिया गया है और सभी अधिकारियों को उपभोक्ता समस्याओं के त्वरित समाधान का निर्देश दिया गया है।

मंत्री को मिली शिकायत के साथ ऑडियो रिकॉर्डिंग

उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को एक वरिष्ठ नेता द्वारा एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी गई, जिसमें बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी और एक पढ़े-लिखे उपभोक्ता के बीच बातचीत दर्ज है। मंत्री ने बताया कि यह ऑडियो बातचीत संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है, जिसमें अधिकारी उपभोक्ता की समस्या को लेकर न केवल लापरवाही बरतते हैं, बल्कि अशालीन व्यवहार भी करते हैं। मंत्री ने इस रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करते हुए कार्रवाई की बात कही और जनता से अपील की कि वे स्वयं इस ऑडियो को सुनकर विभागीय स्थिति को समझें।

टेक्नोलॉजी आधारित सिस्टम सेवा का पूरक हो सकता है, विकल्प नहीं

एके शर्मा ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्होंने पहले भी UPPCL के चेयरमैन, एमडी और अन्य अधिकारियों को स्पष्ट किया था कि 1912 टोल फ्री हेल्पलाइन या अन्य टेक्नोलॉजी आधारित grievance systems जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरक माध्यम हो सकते हैं, लेकिन इनका उपयोग मानवीय संवाद और जवाबदेही के विकल्प के रूप में नहीं किया जा सकता।

, जानने वजह 

मंत्री का मानना है कि अधिकारी अब सीधे जनता से संवाद करने से बच रहे हैं और कॉल उठाना तक बंद कर दिया है, जो कि सेवा भावना के विरुद्ध है।

बैठक में भी छिपाई गई जानकारी

ऊर्जा मंत्री ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अधिकारियों से बैठक के दौरान यह जानना चाहा कि क्या केवल 1912 नंबर पर शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है, तो अधिकारियों ने इससे इनकार किया। लेकिन जब मंत्री ने यह प्रश्न बार-बार उठाया, तब भी उन्हें हर बार असत्य जवाब ही मिला। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार यह दर्शाता है कि कुछ अधिकारी न केवल जनता की शिकायतों से कटे हुए हैं, बल्कि मंत्री को भी भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद गंभीर मामला है।

वरिष्ठ नेता ने साझा की बस्ती की बिजली समस्या

एके शर्मा ने वह वॉट्सऐप संदेश भी साझा किया, जो उन्हें एक वरिष्ठ नेता ने भेजा था। उस संदेश में बताया गया था कि बस्ती शहर के एक बड़े मोहल्ले में सुबह 10 बजे से बिजली नहीं थी और रात 8 बजे तक कोई भी अधिकारी कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। जब अधीक्षण अभियंता को फोन किया गया, तो उनका व्यवहार पूरी तरह असंवेदनशील था। नेता ने यह भी आरोप लगाया कि ऐसे अधिकारी न केवल जनता की उपेक्षा कर रहे हैं बल्कि सरकार की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

SE प्रशांत सिंह को किया गया निलंबित

ऊर्जा मंत्री ने रविवार सुबह जानकारी दी कि बस्ती जिले के SE प्रशांत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मंत्री ने लिखा कि उपभोक्ता देवो भवः की भावना को ठेस पहुंचाने वाले इस अधिकारी के खिलाफ यह कार्रवाई आवश्यक थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले के बाद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि वे उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता दें और हर शिकायत का शीघ्र समाधान करें।

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