राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाराजा एक्सप्रेस से वृंदावन पहुंचेंगी। यात्रा में श्री बांके बिहारी मंदिर, निधिवन और कुब्जा कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना शामिल है। सुरक्षा के लिए जिले में कड़ी व्यवस्था की गई है।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को महाराजा एक्सप्रेस से वृंदावन पहुंचेंगी। भारतीय रेलवे राष्ट्रपति मुर्मू को नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से मथुरा के पास वृंदावन रोड स्टेशन तक ले जाएगा। महाराजा एक्सप्रेस को दुनिया की सबसे शानदार और लक्जरी ट्रेन में से एक माना जाता है और यह विशेष रूप से सर्दियों के दौरान उच्च श्रेणी के पर्यटकों के लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा संचालित की जाती है।
ट्रेन की संरचना और इंजन की व्यवस्था
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि 18 डिब्बों वाली इस ट्रेन में 12 डिब्बे महाराजा एक्सप्रेस के होंगे। इन डिब्बों में एक प्रेसिडेंशियल सुइट, डीलक्स सुइट, रेस्तरां, लाउंज और राष्ट्रपति व उनके कर्मचारियों के लिए पावर कार शामिल होगी। इसके अलावा दो मानक एसी डिब्बे रेलवे के वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए रखे जाएंगे।
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षित और निर्बाध सेवाओं के लिए इस विशेष ट्रेन में दो इंजन लगाए जाएंगे। एक इंजन संचालन के लिए सक्रिय रहेगा जबकि दूसरा तकनीकी समस्याओं से निपटने के लिए रखा जाएगा।
यात्रा का समय और मार्ग
सूत्रों ने बताया कि ट्रेन सुबह करीब आठ बजे सफदरजंग स्टेशन से रवाना होगी और लगभग 10 बजे वृंदावन रोड स्टेशन पहुंचेगी। राष्ट्रपति कार्यालय ने बयान में कहा कि दौरे के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू वृंदावन में श्री बांके बिहारी मंदिर, निधिवन और कुब्जा कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी।
इसके अलावा राष्ट्रपति सुदामा कुटी भी जाएंगी और मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान में दर्शन और पूजा करेंगी। एक अधिकारी ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा जंक्शन के नजदीक स्थित है, इसलिए राष्ट्रपति शाम को वापसी यात्रा के लिए वहां से विशेष ट्रेन में सवार होंगी।
दो अलग-अलग रेलवे जोनों के बीच सफर
रेलवे सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक और गंतव्य स्टेशन दो अलग-अलग रेलवे जोन, उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत आते हैं। दोनों जोनों को सुचारू और सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित करने के लिए निकट समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों, स्टेशन मास्टरों, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के कर्मियों को पूरे मार्ग पर निर्धारित ड्यूटी के समय उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने जून 2023 में विशेष ट्रेन से यात्रा की थी, जब वह भुवनेश्वर से ओडिशा के अपने गृहनगर रायरंगपुर गई थीं।
मथुरा और वृंदावन में सुरक्षा व्यवस्था
राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा का बेहद कड़ा इंतजाम किया है। अधिकारियों ने बताया कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। शहर के अधिकांश रास्तों पर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इसके अलावा मथुरा और वृंदावन के एक से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि राज्य पुलिस के 4000 जवानों और अधिकारियों के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) की आठ कंपनियों लगभग 1000 जवान तैनात किए गए हैं।
राष्ट्रपति का शेड्यूल और स्वागत
दिल्ली से भी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी और सुरक्षाकर्मी अपनी-अपनी भूमिका निभा रहे हैं। राष्ट्रपति के आगमन से लेकर कार्यक्रम स्थलों तक चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति की यह निजी धार्मिक यात्रा होने के कारण मुख्यमंत्री के स्थान पर राज्य के कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे। वे सुबह वृंदावन रोड स्टेशन पर अधिकारियों के साथ स्वागत के लिए उपस्थित रहेंगे।
राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान सभी आने-जाने वाले मार्गों पर सुरक्षा बलों की विशेष तैनाती रहेगी और सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।