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रेमंड रियल्टी का बड़ा विस्तार, एमएमआर में 6 नई परियोजनाएं शुरू होंगी

रेमंड रियल्टी का बड़ा विस्तार, एमएमआर में 6 नई परियोजनाएं शुरू होंगी

रियल एस्टेट सेक्टर की जानी-मानी कंपनी रेमंड रिएल्टी ने मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।

Raymond Realty: भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी से उभरती कंपनियों में रेमंड रियल्टी ने एक नया मुकाम हासिल किया है। कपड़ा उद्योग से शुरुआत करने वाली यह कंपनी अब आवासीय निर्माण के क्षेत्र में अपना सबसे बड़ा दांव खेलने जा रही है। चालू वित्त वर्ष 2025-26 में कंपनी मुंबई महानगर क्षेत्र यानी एमएमआर में छह नई परियोजनाएं शुरू करने जा रही है, जिनकी संभावित बिक्री क्षमता करीब 14,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। कंपनी का लक्ष्य आने वाले वर्षों में अपने 40,000 करोड़ रुपये के कुल जीडीवी पोर्टफोलियो को पूरी तरह सक्रिय करना है।

रेमंड का रणनीतिक बदलाव

रेमंड लिमिटेड ने अपने रियल एस्टेट कारोबार को अलग कर दिया है। अब यह व्यवसाय स्वतंत्र रूप से रेमंड रियल्टी के नाम से संचालित होगा और एक जुलाई से यह कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने जा रही है। रेमंड लिमिटेड अब केवल अपने इंजीनियरिंग कारोबार पर केंद्रित रहेगी, जबकि रेमंड रियल्टी एक विशुद्ध रियल एस्टेट इकाई के रूप में अपना विस्तार करेगी।

2019 से शुरू हुआ रियल एस्टेट सफर

रेमंड रियल्टी ने वर्ष 2019 में अपने पहले हाउसिंग प्रोजेक्ट के साथ रियल एस्टेट सेक्टर में कदम रखा था। इसके बाद कंपनी ने मुंबई और ठाणे में तेजी से अपनी पहचान बनाई है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरमोहन साहनी के अनुसार, पिछले छह वर्षों में रेमंड रियल्टी ने एमएमआर क्षेत्र में खुद को एक भरोसेमंद और गुणवत्ता-प्रधान ब्रांड के रूप में स्थापित किया है।

40,000 करोड़ का जीडीवी पोर्टफोलियो

कंपनी का कुल जीडीवी (ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू) पोर्टफोलियो लगभग 40,000 करोड़ रुपये का है, जिसमें से 10,500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं। बाकी की परियोजनाएं चरणबद्ध तरीके से आने वाले वर्षों में लॉन्च की जाएंगी। यह आंकड़े रेमंड रियल्टी की महत्वाकांक्षा और विस्तार की योजना को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।

6 नई परियोजनाएं, 14,000 करोड़ की बुकिंग क्षमता

साहनी ने जानकारी दी कि कंपनी चालू वित्त वर्ष 2025-26 में एमएमआर में छह नई परियोजनाएं लॉन्च करने जा रही है। इन परियोजनाओं से रेमंड को लगभग 14,000 करोड़ रुपये की संभावित बिक्री बुकिंग मिलने की उम्मीद है। यह कदम न केवल कंपनी के राजस्व को बढ़ाएगा, बल्कि एमएमआर जैसे प्रतिस्पर्धी बाजार में इसकी पकड़ और मजबूत करेगा।

2 करोड़ से 20 करोड़ तक की आवासीय इकाइयां

रेमंड रियल्टी की आगामी परियोजनाएं प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट को ध्यान में रखकर डिजाइन की जा रही हैं। इन परियोजनाओं में फ्लैट्स और आवासीय इकाइयों की कीमत 2 करोड़ रुपये से शुरू होकर 20 करोड़ रुपये तक होगी। यह विविधता ग्राहकों को उनके बजट और जरूरतों के अनुसार विकल्प चुनने की सुविधा देगी।

गुणवत्ता और समय पर डिलीवरी है प्राथमिकता

कंपनी अपनी परियोजनाओं की गुणवत्ता और समय पर डिलीवरी पर विशेष जोर दे रही है। साहनी का कहना है कि आधुनिक जीवनशैली की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी निर्माण कार्य हाईटेक तकनीकों और स्मार्ट डिजाइनिंग से किए जा रहे हैं। यही कारण है कि रेमंड रियल्टी की अब तक की परियोजनाओं को ग्राहकों से अच्छा प्रतिसाद मिला है।

अब तक दो परियोजनाएं पूरी, छह निर्माणाधीन

रेमंड रियल्टी ने अपनी स्थापना के बाद अब तक दो परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जबकि छह परियोजनाएं फिलहाल निर्माणाधीन हैं। इनमें से कई प्रोजेक्ट्स ठाणे और मुंबई के पॉश इलाकों में स्थित हैं, जहां रियल एस्टेट की मांग लगातार बनी हुई है।

2024-25 में 45 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि

पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में रेमंड रियल्टी ने 2,313 करोड़ रुपये का रेवेन्यू अर्जित किया, जो कि इससे पिछले वर्ष के मुकाबले 45 प्रतिशत अधिक है। 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 1,593 करोड़ रुपये था। यह वृद्धि रियल एस्टेट सेक्टर में कंपनी के बढ़ते प्रभाव और बाजार में उसकी मजबूत स्थिति को दर्शाती है।

2,314 करोड़ की संपत्ति बिक्री

कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 2,314 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेचीं, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 2,268 करोड़ रुपये था। इस निरंतरता से यह स्पष्ट है कि रेमंड रियल्टी ने अपने ग्राहकों का विश्वास बनाए रखा है और रियल एस्टेट मार्केट में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है।

जेडीए मॉडल से विस्तार की योजना

रेमंड रियल्टी अब भूमि मालिकों के साथ संयुक्त विकास समझौतों (Joint Development Agreements) के माध्यम से और अधिक भूखंड हासिल करने की योजना बना रही है। कंपनी पुणे के आवासीय बाजार में भी प्रवेश करने की संभावना तलाश रही है, जिससे उसका विस्तार मुंबई से बाहर के बाजारों में भी हो सकेगा।

रेमंड रियल्टी की दीर्घकालिक रणनीति

रेमंड रियल्टी केवल एक या दो प्रोजेक्ट्स तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि उसका लक्ष्य भारत के प्रीमियम रियल एस्टेट सेगमेंट में एक मजबूत और दीर्घकालिक ब्रांड के रूप में स्थापित होना है। कंपनी की रणनीति ग्राहकों की जरूरतों के साथ तालमेल रखते हुए, गुणवत्ता निर्माण, समय पर डिलीवरी और उचित मूल्य पर आवास उपलब्ध कराने की है।

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