रेवाड़ी के रसगण गांव में गली निर्माण विवाद के दौरान सरपंच ने अपने भाई और भाभी पर हमला किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सरपंच ने दोनों का गला दबाने की कोशिश की। पुलिस में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रसगण गांव में गली निर्माण को लेकर चल रहे विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है। 29 अगस्त को हुए इस विवाद में गांव के सरपंच करणसिंह ने अपने ही भाई विजयपाल और भाभी सुषमा पर शारीरिक हमला किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सरपंच दोनों को जमीन पर गिराकर उनके गले पर हाथ रखकर दबाने की कोशिश कर रहे हैं। मामले की शिकायत महिला थाना रेवाड़ी में 30 अगस्त की देर शाम दर्ज कराई गई थी।
विवाद का कारण गांव में गली निर्माण को लेकर पिछले लगभग चार महीनों से चल रही लड़ाई बताई जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों पक्ष लंबे समय से निर्माण कार्य को लेकर असहमति में हैं और इसी के चलते हिंसक झगड़ा हुआ।
हिंसक विवाद वीडियो में कैद
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि सरपंच अपने भाई और भाभी को जमीन पर पटकते हैं। उनके हाथ गले पर होने और दोनों के विरोध करने के बावजूद हमला जारी रहता है।
वीडियो में दोनों पक्षों के बीच थप्पड़ मारने की कोशिश और बहस भी कैद हुई है। इसी दौरान एक व्यक्ति मौके पर पहुंचता है और दोनों को अलग कराता है। वीडियो ने पूरे घटनाक्रम को गंभीर रूप से उजागर किया है और यह दिखाता है कि विवाद कितना हिंसक और नियंत्रण से बाहर था।
गली निर्माण को लेकर शुरू हुआ विवाद
BSF के रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर और सरपंच विजयपाल ने बताया कि गांव में 36 मकानों पर कोर्ट से स्टे लगा हुआ है। उनका कहना है कि उनके भाई सरपंच चाहते हैं कि मकानों को तोड़ने के बाद गली का निर्माण किया जाए, जबकि वे पूरे गांव के खिलाफ दुश्मनी नहीं बनाना चाहते।
विजयपाल ने यह भी कहा कि उस दिन भाई-भाभी पूरी प्लानिंग के साथ आए थे और झगड़ा वीडियो के लिए भी रिकॉर्ड किया गया था। उनके अनुसार, यह हमला अचानक नहीं हुआ बल्कि दोनों पक्षों की पुरानी असहमति का परिणाम है।
महिला थाना रेवाड़ी में शिकायत के बाद जांच शुरू
महिला थाना रेवाड़ी में 30 अगस्त को शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच तुरंत शुरू कर दी गई है। पुलिस ने वीडियो के आधार पर सभी आरोपियों से पूछताछ की है और प्रमाण जुटा रही है।
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीण और प्रशासन दोनों इस विवाद पर सतर्क हैं ताकि भविष्य में कोई हिंसा या बढ़ता तनाव न हो।