तेलुगु सुपरस्टार महेश बाबू इस बार अपनी फिल्मों के बजाय एक कानूनी विवाद को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल, हैदराबाद की एक रियल एस्टेट कंपनी के साथ उनके संबंधों को लेकर कुछ सवाल खड़े हुए हैं, जिसके चलते वह विवादों में फंस गए हैं।
एंटरटेनमेंट: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार महेश बाबू (Mahesh Babu) एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी कोई नई ब्लॉकबस्टर फिल्म नहीं, बल्कि एक बड़ा कानूनी विवाद है। दरअसल, हैदराबाद की एक महिला डॉक्टर ने रंगा रेड्डी जिला उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें महेश बाबू का नाम भी घसीटा गया है।
यह मामला एक रियल एस्टेट कंपनी, साई सूर्या डेवलपर्स से जुड़ा है, जिसका महेश बाबू ब्रांड एंबेसडर रहे हैं। आरोप है कि कंपनी ने महेश बाबू के चेहरे और उनके प्रचार का इस्तेमाल कर आम लोगों को एक ऐसे प्रोजेक्ट में निवेश के लिए आकर्षित किया, जो जमीन पर था ही नहीं।
34.8 लाख का नुकसान, निवेशक ने महेश बाबू को भी ठहराया जिम्मेदार
शिकायतकर्ता महिला डॉक्टर ने दावा किया कि उसने महेश बाबू के प्रचार पर भरोसा कर साई सूर्या डेवलपर्स के एक प्रोजेक्ट में 34.8 लाख रुपये का निवेश कर दिया। बाद में पता चला कि कंपनी द्वारा दिखाया गया लेआउट असल में अस्तित्व में ही नहीं था। शिकायत में कहा गया कि महेश बाबू के चेहरे का इस्तेमाल ब्रांड को विश्वसनीय दिखाने के लिए किया गया, जिससे वह भी ठगी की शिकार हुई।
डॉक्टर का आरोप है कि महेश बाबू जैसे बड़े स्टार के प्रचार से लोगों में भरोसा पैदा हुआ और इसी भरोसे ने कई निवेशकों को प्रोजेक्ट में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया।
ईडी की नजर भी इस घोटाले पर
यह पहला मौका नहीं है जब साई सूर्या डेवलपर्स पर सवाल उठे हैं। इसी साल अप्रैल 2025 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की थी। उस वक्त महेश बाबू से भी सवाल पूछे गए थे क्योंकि कंपनी ने कथित तौर पर उन्हें लगभग 5.9 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, जिसमें कुछ रकम नकद में दी गई थी। हालांकि महेश बाबू को आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया, लेकिन उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
ईडी के अधिकारियों ने यह भी बताया कि जिन प्रोजेक्ट्स को महेश बाबू ने प्रमोट किया था, उनमें से कई पर कानूनी पेंच फंसे हुए हैं और जमीन के दस्तावेजों में भारी गड़बड़ी सामने आई है।
सुनवाई में शामिल होने का आदेश
रंगा रेड्डी जिला उपभोक्ता आयोग ने इस मामले में महेश बाबू के अलावा साई सूर्या डेवलपर्स और उसके मालिक कंचरला सतीश चंद्र गुप्ता को भी नोटिस जारी कर दिया है। आयोग ने उन्हें अगली सुनवाई में उपस्थित रहने के लिए कहा है, जो अगले महीने सात तारीख को निर्धारित की गई है। फिलहाल महेश बाबू या उनकी टीम की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अभिनेता के फैंस इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं यह मामला उनकी छवि को नुकसान न पहुंचा दे।
यह मामला एक बार फिर इस बहस को हवा दे रहा है कि क्या सेलिब्रिटीज को सिर्फ पैसे के लिए किसी भी प्रोडक्ट या कंपनी का प्रचार करना चाहिए? महेश बाबू जैसे सुपरस्टार का नाम और चेहरा करोड़ों लोगों के लिए भरोसे का प्रतीक है, लेकिन जब वही ब्रांड या प्रोजेक्ट फेल हो जाए तो आम जनता को नुकसान उठाना पड़ता है।