हर साल 12 जून को रूस में एक खास उत्सव मनाया जाता है जिसे 'रूस डे (Russia Day)' कहा जाता है। यह दिन केवल एक राष्ट्रीय अवकाश भर नहीं है, बल्कि देशभक्ति, लोकतंत्र और आज़ादी की भावना से ओत-प्रोत एक ऐतिहासिक दिन है। रूस डे उस समय की याद दिलाता है जब रूसी संघ (Russian Federation) ने सोवियत संघ से अलग होकर अपनी संप्रभुता की घोषणा की थी। आज यह दिन न केवल रूस के राजनीतिक इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है, बल्कि यह रूसी संस्कृति, परंपरा और नागरिक गौरव का भी भव्य उत्सव बन चुका है।
Russia Day का इतिहास: आज़ादी की शुरुआत
Russia Day की शुरुआत 12 जून 1990 को हुई, जब रूसी संसद ने औपचारिक रूप से राज्य संप्रभुता की घोषणा की थी। यह घोषणा उस समय की गई थी जब सोवियत संघ धीरे-धीरे टूट रहा था और अलग-अलग गणराज्य अपने स्वतंत्र अस्तित्व की ओर बढ़ रहे थे। इस दिन को शुरू में कहा गया – 'सोवियत संघ से रूसी संप्रभुता की घोषणा का दिन' (Day of the Adoption of the Declaration of State Sovereignty of the RSFSR)। फिर 1992 में इसे एक आधिकारिक राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया।
हालांकि इस छुट्टी को लोकप्रियता तब मिली जब 2002 में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे आधिकारिक तौर पर “रूस डे” नाम दिया। इस बदलाव के बाद यह दिन राष्ट्रभक्ति और आधुनिक रूस की पहचान से जुड़ गया।
Russia Day क्यों मनाया जाता है?
Russia Day एक ऐसा मौका है जब नागरिक अपने देश की स्वतंत्रता, विकास और लोकतंत्र की दिशा में किए गए प्रयासों को याद करते हैं। यह दिन न सिर्फ बीते संघर्षों की याद दिलाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि रूस अब एक स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और आधुनिक राष्ट्र है। रूस के राष्ट्रपति भी इस दिन को खास बनाते हैं। वे देश के प्रख्यात नागरिकों को राज्य पुरस्कार प्रदान करते हैं, जिन्होंने रूस के विकास में अहम भूमिका निभाई हो — चाहे वह विज्ञान हो, संस्कृति, सेना या समाज सेवा।
हालांकि, यह दिन कुछ लोगों के लिए मिश्रित भावनाओं से भरा हो सकता है, क्योंकि 1990 के बाद के संक्रमण काल में रूस ने आर्थिक और सामाजिक कठिनाइयों का भी सामना किया था। फिर भी, रूस डे अब आधुनिकता, अखंडता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन चुका है।
Russia Day कैसे मनाया जाता है?
1. आतिशबाज़ी से जगमगाते आसमान
Russia Day की शाम को आतिशबाज़ी का शानदार नज़ारा देखने को मिलता है। मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग और अन्य बड़े शहरों में रात के आसमान में रंग-बिरंगी रोशनी बिखरती है, जो उत्सव को अविस्मरणीय बना देती है।
2. देशभक्ति परेड में शामिल हों
इस दिन सांस्कृतिक परेड और झांकियों का आयोजन होता है, जिसमें रूसी लोक संगीत, पारंपरिक परिधान और नृत्य देखने को मिलते हैं। परेड रूस की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है।
3. लाइव संगीत का आनंद लें
कई शहरों में ओपन एयर कंसर्ट आयोजित किए जाते हैं, जिसमें देशभर के कलाकार परफॉर्म करते हैं। चाहे वो लोक संगीत हो या पॉप बैंड – हर कोई कुछ न कुछ खास पेश करता है।
4. इतिहास से सीखें – संग्रहालयों की सैर करें
जो लोग इतिहास में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह दिन संग्रहालयों और ऐतिहासिक प्रदर्शनियों का दौरा करने का बेहतरीन अवसर है।
इस दिन कई संग्रहालय मुफ्त या छूट के साथ प्रवेश देते हैं। यहां आप रूस की समृद्ध विरासत, क्रांति और पुनर्निर्माण के सफर को करीब से देख सकते हैं।
5. स्मरणीय उपहार खरीदें
अगर आप रूस डे की यादों को हमेशा के लिए सहेजना चाहते हैं, तो थीम वाले सॉवेनियर जरूर खरीदें। रूस के झंडे, पारंपरिक गुड़िया (Matryoshka), टी-शर्ट या हस्तनिर्मित कलाकृतियां आपके लिए खास यादगार बन सकती हैं।
क्यों है रूस डे खास?
- राष्ट्रीय गौरव का दिन – यह दिन रूस के आत्मनिर्भर बनने का प्रतीक है।
- जन भागीदारी – पूरे देश में यह उत्सव आम जनता की भागीदारी से और भी जीवंत बनता है।
- संस्कृति और परंपरा का संगम – यह दिन रूस की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करता है।
- युवाओं के लिए प्रेरणा – यह बताता है कि कैसे कोई देश मुश्किलों के बावजूद आगे बढ़ सकता है।
रूस डे केवल इतिहास की तारीख नहीं है, यह आधुनिक रूस की भावना और एकजुटता का उत्सव है। यह दिन हमें सिखाता है कि कठिनाइयों के बावजूद, एक राष्ट्र अपनी पहचान बना सकता है और गर्व से खड़ा हो सकता है।