लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में भारत को इंग्लैंड के हाथों 22 रन से हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की अहम बढ़त बना ली है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि क्यों उन्हें मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में गिना जाता है। भले ही भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इस मुकाबले में जडेजा ने ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो इतिहास में बहुत कम खिलाड़ियों के पास दर्ज है।
लॉर्ड्स टेस्ट में जडेजा का जुझारू अर्धशतक
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में भारत को जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य मिला था। हालांकि, इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर, बेन स्टोक्स और ब्राइडन कार्स की शानदार गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज एक-एक कर पवेलियन लौटते रहे। भारत की दूसरी पारी महज 170 रनों पर सिमट गई।
ऐसे मुश्किल हालात में एक छोर पर रवींद्र जडेजा डटे रहे। उन्होंने नाबाद 61 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर से किसी भी बल्लेबाज का साथ न मिलने की वजह से टीम इंडिया जीत से चूक गई। इस हार के साथ इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त भी हासिल कर ली है।
जडेजा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में रचा इतिहास, बने चौथे खिलाड़ी
लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी 61 रनों की जुझारू पारी के दौरान रवींद्र जडेजा ने एक शानदार कीर्तिमान हासिल किया। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने 7000 रन पूरे कर लिए। इसके साथ ही वह दुनिया के चौथे और भारत के सिर्फ दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 7000+ रन और 600+ विकेट का डबल पूरा किया हो।
- शाकिब अल हसन - 14730 रन और 712 विकेट
- कपिल देव - 9031 रन और 687 विकेट
- शॉन पोलॉक - 7386 रन और 829 विकेट
- रवींद्र जडेजा - 7018 रन और 611 विकेट
जडेजा का अब तक का करियर प्रदर्शन (2025 तक)
टेस्ट क्रिकेट
- मैच: 83
- रन: 3697
- औसत: 36.97
- विकेट: 326
वनडे क्रिकेट
- रन: 2806
- विकेट: 231
- टी20 अंतरराष्ट्रीय
- रन: 515
- विकेट: 54
कुल (इंटरनेशनल क्रिकेट)
- रन: 7018
- विकेट: 611
टीम इंडिया के लिए हमेशा 'जान' लड़ाते रहे जडेजा
रवींद्र जडेजा का करियर इस बात का उदाहरण है कि किस तरह एक खिलाड़ी अपने खेल से टीम के लिए हर मुश्किल परिस्थिति में खड़ा रह सकता है। बल्ले से हो या गेंद से, जडेजा हर फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए हमेशा मैच विनर की भूमिका में नजर आए हैं। उनकी फील्डिंग आज भी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
लॉर्ड्स टेस्ट में भी उन्होंने न सिर्फ बल्ले से संघर्ष किया बल्कि पूरे मैच में गेंद से भी अहम योगदान दिया। हालांकि टीम इंडिया इस बार जीत से चूक गई, लेकिन जडेजा का यह कीर्तिमान उनकी कड़ी मेहनत और निरंतरता का नतीजा है।