इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे मुकाबला खेला जा रहा है। अफ्रीकी टीम पहले ही वनडे सीरीज जीत चुकी है, ऐसे में इंग्लैंड की टीम क्लीन स्वीप से बचने के लिए मैदान में उतरी। तीसरे वनडे में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में इंग्लैंड के जो रूट (Joe Root) ने अपने बेहतरीन क्रिकेट कौशल का प्रदर्शन किया और शतक जड़ते हुए वनडे क्रिकेट में इतिहास में महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया। इस पारी ने न केवल इंग्लैंड की टीम को मजबूती दी, बल्कि रूट को विश्व क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की सूची में शामिल कर दिया।
इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे खेला गया, जबकि अफ्रीकी टीम पहले ही सीरीज जीत चुकी थी। इंग्लैंड इस मैच में क्लीन स्वीप से बचने के लिए मैदान पर उतरी थी। तीसरे वनडे में इंग्लैंड की टीम की बल्लेबाजी ने विपक्षी गेंदबाजों की बोलती बंद कर दी। टीम की ओर से सबसे बड़ा योगदान दिया जो रूट और जैकब बेथेल ने, जिन्होंने शानदार शतकों के साथ टीम को 414 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। विकेटकीपर जोस बटलर ने भी 62 रन बनाकर टीम को मजबूती दी।
जो रूट की धमाकेदार पारी
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए जो रूट ने 96 गेंदों में 100 रन बनाए, जिसमें 6 चौके शामिल थे। उनकी सधी हुई बल्लेबाजी ने इंग्लैंड की पारी को संतुलित किया और टीम को 400 से ऊपर का स्कोर दिलाया। उनके शानदार शतक ने इंग्लैंड को मैच में आत्मविश्वास दिया। जैकब बेथेल ने 82 गेंदों में 110 रन बनाए, जिसमें 13 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इसके अलावा, जोस बटलर ने अंतिम ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 62 रन बनाए। ओपनिंग जोड़ी जैमी स्मिथ और बेन डकेट ने पहले विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को मजबूत शुरुआत दी।
इस शतक के साथ जो रूट ने अपने वनडे करियर का 19वां शतक पूरा किया और ब्रायन लारा, बाबर आजम और महेला जयवर्धने की बराबरी कर ली। इन तीनों खिलाड़ियों ने भी वनडे में 19-19 शतक लगाए थे। वहीं, वेस्टइंडीज के शे होप, न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल और ऑस्ट्रेलिया के मार्क वॉ को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 18-18 शतक बनाए थे।
जो रूट ने इंग्लैंड के लिए 2013 में वनडे डेब्यू किया था। इसके बाद से वह टीम की अहम कड़ी बन गए हैं। अब तक उन्होंने 183 वनडे मैचों में 7,301 रन बनाए हैं, जिसमें 19 शतक और 43 अर्धशतक शामिल हैं। रूट की बल्लेबाजी तकनीक और क्रीज पर लंबे समय तक टिकने की क्षमता उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खास बनाती है।