आजकल कई घरों, दफ्तरों और दुकानों की दीवारों पर सात भागते घोड़ों की तस्वीर लगी हुई देखी जा सकती है। यह केवल एक सजावटी चित्र नहीं बल्कि इसके पीछे वास्तु और ज्योतिषीय मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में इस तस्वीर को समृद्धि, तरक्की और ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि यह चित्र व्यक्ति के जीवन में तेजी से प्रगति और विजय के मार्ग खोलता है।
सात घोड़े क्या दर्शाते हैं
सात घोड़े सूर्य के सात रथों का प्रतीक माने जाते हैं। यह जीवन शक्ति, गति और उन्नति को दर्शाते हैं। सूर्य देव भी सात घोड़ों के रथ पर सवार होकर आकाश गंगा में गति करते हैं। इसलिए यह तस्वीर ऊर्जा, सफलता और शक्ति का प्रतीक बन चुकी है। ऐसा भी माना गया है कि इस तस्वीर से काम में तेजी आती है और मानसिक थकावट कम होती है।
घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार
वास्तु के अनुसार सात भागते घोड़ों की तस्वीर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जहां भी यह तस्वीर होती है वहां तनाव, रुकावट और आलस्य जैसी नकारात्मक चीजें धीरे-धीरे दूर होनी शुरू हो जाती हैं। यह घर के सदस्यों को मानसिक मजबूती देती है और कार्यों में उत्साह लाती है।
बिजनेस में तरक्की के लिए फायदेमंद मानी जाती है तस्वीर
कई व्यापारियों का मानना है कि जबसे उन्होंने अपने ऑफिस या घर में सात भागते घोड़ों की पेंटिंग लगाई है, तब से उनके कारोबार में तरक्की देखी गई है। ये घोड़े संघर्ष को पार कर जीत की ओर बढ़ते प्रतीक हैं। इसलिए जो लोग अपने व्यवसाय में स्थिरता, तेज गति और लाभ की कामना करते हैं, वे इस चित्र को दक्षिण दिशा में लगाते हैं।
किस दिशा में लगानी चाहिए यह तस्वीर
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, इस पेंटिंग को लगाने के लिए सबसे उत्तम दिशा दक्षिण मानी जाती है। यदि दक्षिण दिशा में दीवार उपलब्ध नहीं हो तो इसे पूर्व या उत्तर दिशा में भी लगाया जा सकता है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि तस्वीर में घोड़े घर के अंदर की ओर दौड़ते हुए दिखाई देने चाहिए, बाहर की ओर नहीं।
ड्राइंग रूम है सबसे उपयुक्त स्थान
इस तस्वीर को घर के ड्राइंग रूम में लगाना सबसे उपयुक्त होता है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान घर की ऊर्जा को नियंत्रित करता है, और यहीं से पूरे घर में उसका प्रभाव जाता है। तस्वीर को कभी भी शयनकक्ष, रसोई या बाथरूम जैसी जगहों पर नहीं लगाना चाहिए। साथ ही इसे कमरे के मुख्य द्वार के ठीक सामने भी नहीं लगाना चाहिए।
तस्वीर में कैसा होना चाहिए दृश्य
सात भागते घोड़ों की पेंटिंग में घोड़ों के चेहरे तेज और आत्मविश्वास से भरे हुए दिखने चाहिए। तस्वीर में घोड़ों की लगाम, जंजीर या कोई अन्य बंधन नहीं होना चाहिए। घोड़े पूर्ण स्वतंत्रता के साथ भागते हुए दिखने चाहिए। ये स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक माने जाते हैं।
बैकग्राउंड में सूर्योदय सबसे शुभ
इस पेंटिंग के बैकग्राउंड में यदि सूर्योदय का दृश्य हो तो यह और भी शुभ माना जाता है। सूरज की पहली किरणें ऊर्जा और उम्मीद का प्रतीक होती हैं। ऐसी पेंटिंग धन, यश और सौभाग्य को आकर्षित करती है। अगर सूर्योदय वाली तस्वीर न मिले तो चंद्रमा या समुद्र वाला दृश्य भी लिया जा सकता है। चंद्रमा वाली तस्वीर शांति और संतुलन का प्रतीक होती है, वहीं समुद्र गति और समृद्धि को दर्शाता है।
सफेद घोड़ों की होती है विशेष मान्यता
अधिकतर लोग सात सफेद रंग के घोड़ों की तस्वीर को प्राथमिकता देते हैं। सफेद रंग पवित्रता, सकारात्मकता और सफलता का प्रतीक होता है। सफेद घोड़े शुभ फलदायक माने जाते हैं। कुछ पेंटिंग में भूरे या काले रंग के घोड़े भी दिखाए जाते हैं लेकिन वास्तु के अनुसार सफेद घोड़े अधिक प्रभावी माने जाते हैं।