सीतामढ़ी में जानकी मंदिर के पुनर्विकास हेतु 890 करोड़ की परियोजना का भूमि पूजन हुआ। अमित शाह ने इसे बिहार के विकास की शुरुआत बताया और राहुल गांधी पर वोटबैंक की राजनीति का आरोप लगाया।
पटना: बिहार विधानसभा चुनावों की आहट के बीच सीतामढ़ी में धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों का संगम देखने को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माता जानकी मंदिर के पुनर्विकास के लिए 890 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना का भूमिपूजन किया। इसी अवसर पर उन्होंने सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई और मंदिर के नए डिज़ाइन का अनावरण भी किया।
इस कार्यक्रम में जहां एक ओर बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक पुनरुद्धार की दिशा में बड़े कदम की शुरुआत हुई, वहीं दूसरी ओर अमित शाह ने मंच से विपक्ष, खासकर राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
जानकी मंदिर बनेगा मिथिला का गौरव केंद्र
अमित शाह ने भूमि पूजन के दौरान कहा कि यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि मिथिलांचल और पूरे बिहार के भाग्योदय की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि यह मंदिर न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि यह क्षेत्र शिक्षा, संस्कृति और पर्यटन के मानचित्र पर भी प्रमुख स्थान पाएगा।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 137 करोड़ रुपये मंदिर के जीर्णोद्धार पर खर्च किए जाएंगे, जबकि पूरा प्रोजेक्ट 890 करोड़ का होगा। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराया, उसी भावना से मिथिला की पहचान को भी पुनर्स्थापित किया जा रहा है।
राहुल गांधी पर तीखा पलटवार
अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, 'राहुल गांधी अब से बिहार चुनाव में हार की वजहें गिनाना शुरू कर चुके हैं। यह वही लोग हैं जो हर चुनाव में वोटबैंक की राजनीति करते हैं।'
उन्होंने कहा कि SIR (संशोधित मतदाता पहचान प्रक्रिया) को लेकर विपक्ष का विरोध केवल इसलिए है क्योंकि उन्हें अपने परंपरागत वोटबैंक के छिन जाने का डर सता रहा है। शाह ने सवाल किया कि, 'क्या घुसपैठियों को मतदाता सूची से हटाया जाना गलत है? क्या SIR लागू नहीं होना चाहिए?'
उन्होंने जनता से सीधा संवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस और आरजेडी सिर्फ बाहरी घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं जो बिहार के युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं।
एनडीए सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र
अमित शाह ने कहा कि आज भारत की सुरक्षा एक मजबूत नेतृत्व के हाथों में है। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठा रही है।
उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उनके शासनकाल में आतंकवादी हमले के बाद अपराधी पाकिस्तान भाग जाते थे, लेकिन आज की सरकार उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाती है। संसद में लालू यादव और उनके सहयोगियों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किए जाने को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बिहार में रेल और आधारभूत ढांचे पर निवेश
रेल बजट को लेकर शाह ने कहा कि जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे, तो बिहार को 1132 करोड़ रुपये मिलते थे। आज मोदी सरकार ने 2025-26 में 10066 करोड़ रुपये सिर्फ रेल विकास पर खर्च करने का प्रावधान किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री को इसके लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अब बिहार को उसका विकासात्मक हक मिल रहा है।
नीतीश कुमार का भावुक संबोधन
मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार का हाल बेहद खराब था, शाम होते ही लोग घरों से निकलने से डरते थे। उन्होंने कहा, “हमने हर घर बिजली पहुंचाई, सड़कों का जाल बिछाया और अब जल्द ही सभी को मुफ्त बिजली देने की तैयारी है।” नीतीश ने अमित शाह का धन्यवाद करते हुए कहा कि जानकी मंदिर परियोजना से मिथिला क्षेत्र को एक नई पहचान मिलेगी और यह धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा।