फ्लिपकार्ट निवेशित हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स कंपनी Shadowfax को सेबी से आईपीओ की मंजूरी मिल गई है। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में ₹1,885 करोड़ तक बढ़ा और ऑपरेटिंग मुनाफा भी दर्ज किया गया। शैडोफैक्स के आईपीओ से जुड़े प्राइस बैंड और लॉट साइज की जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
Shadowfax IPO: हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर Shadowfax, जिसमें फ्लिपकार्ट निवेशित है, को सेबी ने आईपीओ लाने की मंजूरी दी है। कंपनी ने 2 जुलाई 2025 को आवेदन किया था और अब इसे एक साल के भीतर आईपीओ लाना होगा। शैडोफैक्स के वित्त वर्ष 2024 का ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹1,885 करोड़ रहा, ऑपरेटिंग मुनाफा ₹23 करोड़ और शुद्ध घाटा ₹12 करोड़ रहा। कंपनी देश के 2,200 शहरों में अपनी सेवाएं देती है और 1.4 लाख डिलीवरी पार्टनर्स से जुड़ी है।
बाजार में लिस्टिंग की तैयारी
Shadowfax का आईपीओ बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने का प्रस्ताव है। हालांकि अभी तक प्राइस बैंड, लॉट साइज और अन्य डेटलाइन पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। कंपनी ने सेबी को गोपनीय तरीके से आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया है। अगले कुछ दिनों में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल होने की उम्मीद है, जिससे निवेशकों को अधिक जानकारी मिल सकेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का आईपीओ 25,000 करोड़ रुपये तक का हो सकता है, जिसमें आधा हिस्सा ऑफर फॉर सेल का हो सकता है।
इस दौर में कई नई कंपनियां भी लिस्टिंग की तैयारी कर रही हैं, जिनमें फिजिक्सवाला, बोट, शिपरॉकेट, ग्रो, पाइन लैब्स, वेकफिट, क्योरफूड्स, मीशो और लेंसकार्ट शामिल हैं।
शैडोफैक्स के बिजनेस मॉडल की झलक
Shadowfax टेक्नोलॉजीज लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी है। यह ई-कॉमर्स एक्सप्रेस पार्सल डिलीवरी और वैल्यू-एडेड सर्विसेज प्रदान करती है। इसके सर्विसेज में ई-कॉमर्स और डी2सी डिलीवरी, हाइपरलोकल और क्विक कॉमर्स सर्विसेज, और फ्लैश ऐप के जरिए एसएमएस और पर्सनल कुरियर सेवाएं शामिल हैं।
कंपनी के आंकड़ों के अनुसार Shadowfax का नेटवर्क देश के 2,200 शहरों और 14,300 से अधिक पिन कोड में फैला हुआ है। इसके पास 35 लाख से अधिक यूजर बेस और 1.4 लाख तिमाही डिलीवरी पार्टनर्स हैं।
वित्तीय सेहत
Shadowfax के वित्त वर्ष 2024 के आंकड़े कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार दिखाते हैं। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1,885 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान शैडोफैक्स ऑपरेटिंग लेवल पर मुनाफे में पहुंच गई। हालांकि कंपनी को वित्त वर्ष 2024 में शुद्ध घाटा 12 करोड़ रुपये का हुआ, लेकिन ऑपरेटिंग लेवल पर इसे 23 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल हुआ।
इस वित्तीय प्रदर्शन से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी धीरे-धीरे घाटे से बाहर आ रही है और मजबूत वित्तीय स्थिति की ओर बढ़ रही है।
IPO से Shadowfax को बढ़त
Shadowfax का आईपीओ निवेशकों के लिए नई संभावनाएं लेकर आएगा। फ्लिपकार्ट के निवेश से कंपनी को लाजिस्टिक्स और टेक्नोलॉजी में मजबूत पकड़ मिली है। हाइपरलोकल और क्विक कॉमर्स डिलीवरी में बढ़ती मांग के चलते कंपनी के व्यवसाय में तेजी देखने को मिल रही है। आईपीओ के जरिए कंपनी को नई पूंजी मिलेगी, जो इसके नेटवर्क विस्तार, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए उपयोगी साबित होगी।
विश्लेषकों का मानना है कि Shadowfax की मजबूत डिलीवरी नेटवर्क और फ्लिपकार्ट का समर्थन इसे हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी बनाए रखेगा।