Columbus

Diwali Muhurat Trading 2025: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, जानें तारीख और सुरक्षित निवेश के तरीके

Diwali Muhurat Trading 2025: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, जानें तारीख और सुरक्षित निवेश के तरीके

Diwali Muhurat Trading 2025 21 अक्टूबर को 1:45–2:45 बजे आयोजित होगा। यह निवेशकों के लिए शुभ शुरुआत माना जाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि भावनाओं में बहकर निवेश न करें और लंबे समय के लिए योजना बनाएं।

Diwali Muhurat Trading 2025: दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग का निवेशक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह ट्रेडिंग सत्र भारत में सम्वत वर्ष 2082 की शुभ शुरुआत के रूप में देखा जाता है। कई निवेशक इस दिन नए निवेश की शुरुआत करते हैं। हालांकि, इस बार कुछ निवेशकों में यह कंफ्यूजन है कि दिवाली किस दिन है और मुहूर्त ट्रेडिंग कब आयोजित होगी।

दिवाली की तारीख 

हिंदू पंचांग के अनुसार, दिवाली अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है। इस वर्ष अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025 से शुरू हो रही है। इसलिए, पूरे देश में दिवाली 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को मनाई जाएगी।

हालांकि, शेयर बाजार अपने कैलेंडर के अनुसार दिवाली लक्ष्मी पूजन के दिन मनाता है। इस बार लक्ष्मी पूजन 21 अक्टूबर 2025, मंगलवार को है। इसी दिन मुहूर्त ट्रेडिंग आयोजित की जाएगी। इस कारण निवेशकों के बीच भ्रम उत्पन्न हो गया था कि दिवाली और मुहूर्त ट्रेडिंग की तारीख अलग-अलग क्यों है।

मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल

बीएसई और एनएसई दोनों ने मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल घोषित किया है। इस वर्ष का सत्र 21 अक्टूबर 2025, मंगलवार को होगा।

मुहूर्त ट्रेडिंग का समय: 1:45 बजे दोपहर से 2:45 बजे दोपहर तक।

इस सत्र में केवल एक घंटे के लिए ट्रेडिंग होगी। 22 अक्टूबर को बलिप्रतिपदा के अवसर पर बाजार बंद रहेगा। 23 अक्टूबर से सामान्य ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी।

मुहूर्त ट्रेडिंग में किन चीज़ों का ध्यान रखें

मुहूर्त ट्रेडिंग को भारत में सम्वत वर्ष की शुभ शुरुआत माना जाता है। इस दिन निवेशक नए निवेश की शुरुआत करते हैं। इस दौरान सभी प्रमुख सेगमेंट में ट्रेडिंग की अनुमति होती है, जिनमें शामिल हैं:

  • इक्विटी मार्केट
  • फ्यूचर्स और ऑप्शन्स
  • करेंसी ट्रेडिंग
  • कमोडिटी ट्रेडिंग

सभी सौदे सामान्य रूप से सेटल किए जाएंगे।

क्यों महत्वपूर्ण है मुहूर्त ट्रेडिंग 

मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व भारतीय निवेशकों के लिए पारंपरिक और सांस्कृतिक कारणों से जुड़ा हुआ है। इसे शुभ दिन माना जाता है, इसलिए कई निवेशक नए वित्तीय वर्ष या नए निवेश की शुरुआत इसी दिन करते हैं।

  • यह दिन धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
  • निवेशक इस दिन छोटे-छोटे शेयर, म्यूचुअल फंड या अन्य वित्तीय उत्पादों में निवेश कर शुभ शुरुआत करते हैं।
  • बाजार में हल्की तेजी देखने को मिलती है क्योंकि कई निवेशक उत्साह के साथ छोटे निवेश करते हैं।

Leave a comment