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शेयर बाजार में फिर लौटी रौनक, सेंसेक्स 244 अंक चढ़ा, निफ्टी ने भी पार किया 24600 का स्तर

शेयर बाजार में फिर लौटी रौनक, सेंसेक्स 244 अंक चढ़ा, निफ्टी ने भी पार किया 24600 का स्तर

भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स 244 अंक की छलांग लगाकर 80844 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी में भी 65 अंकों की बढ़त देखी गई और यह 24630 के स्तर पर ट्रेड करता नजर आया।

पिछले हफ्ते बाजार में जो गिरावट देखी गई थी, उस पर आज के शुरुआती कारोबार में ब्रेक लगता नजर आया। गिफ्ट निफ्टी ने भी सुबह से ही पॉजिटिव संकेत दिए थे और यह 0.37 फीसदी की मजबूती के साथ 24680 के ऊपर ट्रेड कर रहा था।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बढ़त

सिर्फ बड़े शेयर ही नहीं, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी आज हलचल रही। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.43 फीसदी ऊपर रहा जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.36 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। यह संकेत है कि बाजार में व्यापक रूप से सकारात्मकता देखने को मिल रही है और छोटे निवेशकों को भी इसका फायदा मिल रहा है।

पिछले हफ्ते की गिरावट से उबरने की कोशिश

बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 1 अगस्त को बाजार में गिरावट आई थी। उस दिन सेंसेक्स 585 अंक गिरकर 80599.91 पर बंद हुआ था और निफ्टी 203 अंक फिसलकर 24565.35 पर पहुंच गया था। उस समय बाजार में बिकवाली का दबाव अधिक था, खासतौर पर वैश्विक अनिश्चितताओं और विदेशी निवेशकों की सतर्कता के कारण।

लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत में बाजार का मिजाज कुछ बदला-बदला नजर आया। निवेशकों ने राहत की सांस ली और लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप शेयरों में भी खरीदारी शुरू कर दी।

तेजी में रहे ये प्रमुख शेयर

आज के कारोबार में सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयर हरे निशान में दिखे। सबसे ज्यादा तेजी टाटा स्टील में देखी गई जो 1.63 फीसदी ऊपर चढ़ा। इसके अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स में 1.51 फीसदी, बजाज फिनसर्व में 1.11 फीसदी, एशियन पेंट में 1.09 फीसदी और टाइटन में 1.03 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई।

इनके अलावा लार्सन एंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े स्टॉक्स भी हरे निशान में ट्रेड करते नजर आए। इस बढ़त से बाजार को ऊपर खींचने में मदद मिली।

आज के दिन निवेशकों की नजर कुछ अहम फैक्टरों पर बनी हुई है। सबसे पहले वैश्विक तेल कीमतों का असर देखा जा रहा है। कच्चे तेल के दाम में हालिया उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।

दूसरा बड़ा फैक्टर है फंड फ्लो। विदेशी संस्थागत निवेशक यानी एफआईआई और घरेलू संस्थागत निवेशक यानी डीआईआई की ओर से बाजार में कितनी पूंजी आ रही है या निकाली जा रही है, इस पर भी बाजार की दिशा निर्भर करती है।

इसके अलावा बैंकिंग, एफएमसीजी और एनर्जी सेक्टर के प्रदर्शन पर भी निवेशकों की नजर बनी हुई है। इन सेक्टरों से जुड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे, किसी भी तरह की पॉलिसी अपडेट या बिजनेस डील की खबरें बाजार की चाल को प्रभावित कर सकती हैं।

ग्लोबल संकेत भी बना रहे हैं माहौल

अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले संकेतों ने भी भारतीय बाजार की चाल पर असर डाला है। अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख बाजारों में भी हाल के दिनों में कुछ मजबूती देखने को मिली है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में फिलहाल किसी बदलाव का संकेत नहीं देने से निवेशकों को राहत मिली है। वहीं चीन के आर्थिक आंकड़ों में भी थोड़ी स्थिरता देखने को मिली है, जिससे एशियाई बाजारों को मजबूती मिली और इसका असर भारत पर भी पड़ा।

भारतीय रुपये की स्थिति भी बाजार पर असर डालती है। आज रुपया डॉलर के मुकाबले कुछ स्थिर नजर आया। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम में भी मामूली गिरावट रही, जिससे निवेशकों को राहत मिली।

अगर रुपये में मजबूती बनी रहती है और कच्चे तेल के दाम स्थिर रहते हैं, तो इसका फायदा घरेलू बाजार को मिल सकता है, खासकर तेल कंपनियों और आयात आधारित इंडस्ट्रीज को।

आईटी और फार्मा सेक्टर में रही सुस्ती

हालांकि, बाजार की इस मजबूती में भी आईटी और फार्मा सेक्टर ने थोड़ा दबाव दिखाया। टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो जैसे शेयरों में हल्की कमजोरी देखी गई। इसकी वजह वैश्विक मांग में अनिश्चितता और डॉलर में उतार-चढ़ाव मानी जा रही है।

फार्मा सेक्टर में भी कुछ चुनिंदा कंपनियों के तिमाही नतीजों ने निवेशकों को निराश किया, जिसकी वजह से इस सेक्टर में ज्यादा हलचल नहीं दिखी।

बाजार के जानकारों का मानना है कि फिलहाल बाजार को कुछ सहारा मिल रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में घरेलू और वैश्विक स्तर पर कई ऐसे फैक्टर सामने आ सकते हैं, जो बाजार की दिशा को तय करेंगे।

महंगाई दर के आंकड़े, विदेशी निवेश की स्थिति, ब्याज दरों की नीतियां और कंपनियों के तिमाही नतीजे जैसे मसले अब निवेशकों की नजर में रहेंगे। इनसे बाजार की चाल ऊपर या नीचे की ओर मोड़ सकती है।

बाजार में बनी हुई है हलचल

अभी के लिए बाजार में सकारात्मक माहौल दिख रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों बढ़त के साथ ट्रेड कर रहे हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है।

हालांकि, बाजार की यह चाल स्थायी रहेगी या नहीं, यह कई दूसरे फैक्टरों पर निर्भर करेगा। लेकिन शुरुआती कारोबार में जो बढ़त दिखी है, उसने निवेशकों को थोड़ी राहत जरूर दी है।

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