पूर्व सीएम शिबू सोरेन के निधन पर पीएम मोदी ने सर गंगाराम अस्पताल पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। भावुक हुए सीएम हेमंत सोरेन पीएम का हाथ पकड़कर रो पड़े। देशभर के नेताओं ने दुख व्यक्त किया।
Shibu Soren death: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार, 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित शिबू सोरेन बीते एक महीने से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। उनके निधन की पुष्टि उनके बेटे और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पोस्ट के जरिए की। उन्होंने लिखा, "आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने किया अंतिम दर्शन
शिबू सोरेन के निधन की खबर फैलते ही देशभर से नेताओं की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल पहुंचे और शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी। अस्पताल में प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भावुक हो गए और आंसू नहीं रोक सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा,
"मैंने सर गंगाराम अस्पताल पहुंचकर शिबू सोरेन जी को श्रद्धांजलि दी। उनके परिवार से भी मुलाकात की। मेरी संवेदनाएं हेमंत जी, कल्पना जी और शिबू सोरेन जी के प्रशंसकों के साथ हैं।"
एक महीना पहले से थे लाइफ सपोर्ट पर
शिबू सोरेन की तबीयत पिछले कई महीनों से खराब चल रही थी। किडनी की गंभीर समस्या के चलते उन्हें दिल्ली लाया गया था और सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले एक महीने से वे वेंटिलेटर पर थे और हालत नाजुक बनी हुई थी।
राष्ट्रपति, अमित शाह और अन्य नेताओं ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा,
"झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिबू सोरेन जी के निधन की सूचना अत्यंत दुखद है। जनजातीय समाज के अधिकारों और उनके सशक्तीकरण के लिए उन्होंने दशकों तक संघर्ष किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिवार और प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।"
झारखंड की राजनीति में शिबू सोरेन की भूमिका
शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति में आदिवासी समाज की आवाज माने जाते थे। उन्होंने झारखंड राज्य की स्थापना से लेकर आदिवासियों के हक के लिए लंबा संघर्ष किया। उन्हें 'दिशोम गुरु' की उपाधि से भी जाना जाता था। उन्होंने न केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा की नींव रखी, बल्कि आदिवासी समाज को राजनीतिक रूप से जागरूक करने में भी अहम योगदान दिया।
हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया
शिबू सोरेन के बेटे और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह केवल उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "आज झारखंड ने अपना पितामह खो दिया है। दिशोम गुरुजी का जाना मेरे लिए एक युग का अंत है।"
अंतिम संस्कार की तैयारी
शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को दिल्ली से रांची लाया जाएगा। झारखंड सरकार ने राज्य में दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी समारोह स्थगित कर दिए गए हैं।