फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने अभिनेता-गायक दिलजीत दोसांझ की आने वाली फिल्म 'सरदार जी 3' को लेकर बड़ा कदम उठाया है। संगठन ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को एक औपचारिक पत्र लिखकर मांग की है कि फिल्म को अभी रिलीज़ की मंजूरी न दी जाए।
एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता-सिंगर दिलजीत दोसांझ की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सरदार जी 3’ एक बड़े विवाद में उलझ गई है। फिल्म की रिलीज से पहले ही पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी के चलते इस पर विरोध की लहर दौड़ पड़ी है। जहां एक तरफ फिल्म के प्रशंसक इसके ट्रेलर और म्यूजिक को लेकर उत्साहित हैं, वहीं दूसरी ओर फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) और अन्य संगठन फिल्म को भारत में रिलीज न करने की मांग कर रहे हैं।
फिल्म सर्टिफिकेट पर रोक की मांग
FWICE ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को पत्र लिखकर फिल्म को सर्टिफिकेट न देने की अपील की है। संगठन का कहना है कि फिल्म में पाकिस्तान के कलाकारों—हनिया आमिर, नासिर चिन्योती, डेनियल खावर और सलीम अलबेला—को कास्ट किया गया है, जो भारत सरकार के हालिया निर्देशों का उल्लंघन है।
FWICE ने CBFC अध्यक्ष प्रसून जोशी को लिखे अपने पत्र में कहा, यह फिल्म सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के उस निर्देश का उल्लंघन करती है जिसमें पाकिस्तानी मूल की सामग्री और कलाकारों के साथ किसी भी तरह के सहयोग पर रोक लगाई गई है। ऐसे में CBFC को फिल्म को सर्टिफिकेट देने से पहले इस मामले में राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
राजनीतिक और सामाजिक संगठन भी विरोध में
भाजपा चित्रपट कामगार अघाड़ी भी इस विरोध में शामिल हो चुकी है। संगठन ने एक बयान में फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी को देश की गरिमा के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा: यह केवल एक राजनीतिक या फिल्मी मुद्दा नहीं है, यह राष्ट्र की भावना से जुड़ा मामला है। हम किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को भारतीय सिनेमा से जोड़ने का कड़ा विरोध करते हैं।
यह पूरा विवाद उस दर्दनाक पृष्ठभूमि में उभरा है जिसमें हाल ही में 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकियों ने बेकसूर नागरिकों पर हमला कर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
इस हमले के बाद देश भर में गुस्से और शोक की लहर दौड़ पड़ी थी। सरकार ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे पर बड़ी सैन्य कार्रवाई की। इसी के तहत, ओटीटी प्लेटफॉर्म, स्ट्रीमिंग सेवाओं और मीडिया एजेंसियों को एक सख्त एडवाइजरी जारी की गई कि वे पाकिस्तानी मूल की किसी भी सामग्री को अपने प्लेटफॉर्म से तत्काल प्रभाव से हटाएं।