सुलतानपुर (उत्तर प्रदेश):
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में स्थित बिजेथुआ धाम और यहां का मकड़ी कुंड आस्था और चमत्कारों का केंद्र माना जाता है। यह स्थल विशेष रूप से हनुमान जी को समर्पित है।
पौराणिक कथा
मान्यता है कि जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने हिमालय की ओर गए थे, तब रास्ते में कालनेमि राक्षस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। कालनेमि ने माया से एक तालाब बनाया और उसमें मकड़ियों का झुंड उत्पन्न किया। उसका उद्देश्य था कि हनुमान जी इसमें फँसकर अपना कार्य पूरा न कर पाएं।
लेकिन हनुमान जी ने अपने बल और बुद्धि से कालनेमि का वध कर दिया और तालाब (मकड़ी कुंड) को पवित्र कर दिया। तब से यह स्थान बिजेथुआ धाम और मकड़ी कुंड के नाम से प्रसिद्ध है।
धार्मिक महत्व
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श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां दर्शन और स्नान करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं।
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विशेष रूप से शनिवार और मंगलवार को यहां भारी भीड़ उमड़ती है।
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नवरात्र और हनुमान जयंती पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
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यहां एक विशाल हनुमान मंदिर स्थित है, जिसे भक्त “संकटमोचक बिजेथुआ हनुमान मंदिर” भी कहते हैं।
स्थानीय आस्था
स्थानीय मान्यता यह भी है कि यहां पर मकड़ियाँ किसी भी श्रद्धालु को नुकसान नहीं पहुंचातीं। यही कारण है कि इसे “मकड़ी कुंड” कहा जाता है।