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हरियाली अमावस्या पर बन रहा है खास योग, जानिए 24 जुलाई 2025 का पूरा पंचांग और शुभ मुहूर्त

हरियाली अमावस्या पर बन रहा है खास योग, जानिए 24 जुलाई 2025 का पूरा पंचांग और शुभ मुहूर्त

इस साल हरियाली अमावस्या 24 जुलाई 2025 को पड़ रही है, जो गुरुवार के दिन है। श्रावण माह की अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। इसे हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पितरों के लिए तर्पण, गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। साथ ही यह दिन भगवान शिव और प्रकृति पूजन के लिए भी शुभ माना जाता है।

अमावस्या तिथि और खास योग

पंचांग के अनुसार, श्रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 24 जुलाई को रात 12 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। यानी पूरा दिन अमावस्या तिथि का प्रभाव रहेगा। इस दिन सुबह 9 बजकर 51 मिनट तक हर्षण योग रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है। इसके अलावा शाम 4 बजकर 44 मिनट तक पुनर्वसु नक्षत्र भी रहेगा।

हरियाली अमावस्या का महत्व

यह दिन सिर्फ पितरों को समर्पित नहीं होता, बल्कि इसे पर्यावरण और हरियाली के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। कई जगहों पर पेड़-पौधे लगाने की परंपरा होती है। इस दिन खासकर महिलाएं वृक्षों की पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं। हरियाली अमावस्या पर शिव मंदिरों में विशेष पूजा और जलाभिषेक का आयोजन होता है।

पितृ तर्पण और दान का योग

धार्मिक शास्त्रों में वर्णित है कि अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और जलदान करना चाहिए। स्नान, दान और श्राद्ध से पितृ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। इस दिन तिल, जल, खीर, फल और वस्त्रों का दान भी किया जाता है।

24 जुलाई का अभिजीत मुहूर्त

जो लोग शुभ कार्यों की शुरुआत या कोई नया निर्णय लेना चाहते हैं, उनके लिए अभिजीत मुहूर्त बेहद खास माना जाता है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। इस समय कोई भी शुभ काम किया जा सकता है।

राहुकाल का समय शहरवार

हर रोज की तरह गुरुवार को भी राहुकाल अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। नीचे प्रमुख शहरों का राहुकाल समय दिया गया है:

  • दिल्ली: दोपहर 2 बजकर 10 मिनट से 3 बजकर 52 मिनट तक
  • मुंबई: दोपहर 2 बजकर 23 मिनट से शाम 4 बजकर 1 मिनट तक
  • चंडीगढ़: दोपहर 2 बजकर 13 मिनट से 3 बजकर 56 मिनट तक
  • लखनऊ: दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से 3 बजकर 36 मिनट तक
  • भोपाल: दोपहर 2 बजकर 6 मिनट से 3 बजकर 46 मिनट तक
  • कोलकाता: दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से 3 बजकर 1 मिनट तक
  • अहमदाबाद: दोपहर 2 बजकर 25 मिनट से शाम 4 बजकर 5 मिनट तक
  • चेन्नई: दोपहर 1 बजकर 51 मिनट से 3 बजकर 27 मिनट तक

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय: सुबह 5 बजकर 37 मिनट पर
  • सूर्यास्त: शाम 7 बजकर 18 मिनट पर

पुनर्वसु नक्षत्र का प्रभाव

पुनर्वसु नक्षत्र को समृद्धि और पुनर्निर्माण का नक्षत्र माना जाता है। इस दिन कोई नया कार्य शुरू करना, घर या कार्यालय की सफाई, देवताओं की विशेष पूजा आदि करना शुभ होता है। इस नक्षत्र के दौरान किया गया कार्य स्थायित्व और सफलता देता है।

हर्षण योग का क्या है महत्व

हर्षण योग शुभ और कल्याणकारी योग माना जाता है। यह योग आत्मबल, विश्वास और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। इस योग में शुरू किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है।

हरियाली अमावस्या से जुड़े रीति-रिवाज

उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस दिन महिलाएं नदी किनारे जाकर पूजा करती हैं, व्रत रखती हैं और आंवले, तुलसी, पीपल जैसे पेड़ों की पूजा करती हैं। कहीं-कहीं झूला झूलने, मेहंदी लगाने और लोकगीत गाने की परंपरा भी इस दिन निभाई जाती है।

हरियाली अमावस्या पर शिव पूजा का महत्व

सावन माह और शिवरात्रि का मेल होने के कारण यह दिन भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, भस्म और दूध अर्पित करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

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