ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को हराकर लगातार सातवीं बार 200+ रन का लक्ष्य चेज किया और भारत के T20I वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। अब आखिरी मैच में जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया भारत का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।
WI vs AUS 4th T20: सेंट किट्स में खेले गए चौथे T20I मुकाबले ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को एक नया मुकाम दे दिया। वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 विकेट से मिली जीत के साथ न केवल ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 4-0 की अजेय बढ़त बनाई, बल्कि उसने एक ऐसा रिकॉर्ड भी हासिल किया, जिस पर अब तक सिर्फ भारत का नाम दर्ज था।
मैच का रोमांचक सफर
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 205 रन बनाए। मेजबान टीम की ओर से शुरुआती बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन बीच के ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने वापसी की। इसके बावजूद पावर हिटिंग के दम पर वेस्टइंडीज 200 का आंकड़ा पार करने में सफल रही। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की। कैमरन ग्रीन और जोश इंगलिस ने शानदार अर्धशतक लगाए। वहीं, ग्लेन मैक्सवेल ने सिर्फ 18 गेंदों पर 47 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 6 छक्के और 1 चौका शामिल था। उनकी इस धुआंधार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 19.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने T20I क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार 200+ रनों का टारगेट चेज करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। अब तक यह रिकॉर्ड केवल भारत के पास था।
- भारत – 7 बार
- ऑस्ट्रेलिया – 7 बार
- साउथ अफ्रीका – 5 बार
- बुल्गारिया – 5 बार
- पाकिस्तान – 4 बार
अगर ऑस्ट्रेलिया अगला यानी पांचवां T20I मैच भी जीतते हुए 200 से ज्यादा का लक्ष्य चेज करता है, तो वह भारत को पीछे छोड़कर अकेले इस रिकॉर्ड का मालिक बन जाएगा।
भारत का रिकॉर्ड खतरे में
भारतीय क्रिकेट टीम ने लंबे समय तक इस उपलब्धि पर एकाधिकार बनाए रखा था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा फॉर्म और वेस्टइंडीज के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत का रिकॉर्ड अब गंभीर खतरे में है। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया जिस तरह का आक्रामक खेल दिखा रहा है, वह अगले मैच में भी 200+ टारगेट हासिल कर सकता है।
ग्लेन मैक्सवेल – गेम चेंजर
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत में सबसे अहम भूमिका ग्लेन मैक्सवेल की रही। उनकी पारी ने मैच का रुख बदल दिया। शुरुआती दो विकेट जल्दी गिरने के बाद टीम पर दबाव बढ़ गया था। लेकिन मैक्सवेल ने बिना समय गंवाए आक्रामक बल्लेबाजी का फैसला लिया। उनकी पारी को देखकर साफ था कि वह जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे। इसी वजह से उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
वेस्टइंडीज का संघर्ष
मेजबान वेस्टइंडीज के लिए यह सीरीज अब तक बेहद निराशाजनक रही है। टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार झेलने के बाद अब T20I सीरीज में भी 4-0 का सामना करना पड़ा है। घरेलू परिस्थितियों के बावजूद टीम अपने गेंदबाजों के साथ बल्लेबाजों से भी संतुलित प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। अब उनका एकमात्र लक्ष्य सीरीज के आखिरी मैच में जीत दर्ज कर सम्मान बचाना है।
ऑस्ट्रेलिया का डॉमिनेशन जारी
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम पिछले कुछ महीनों से हर फॉर्मेट में लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रही है। टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप के बाद अब वह T20I सीरीज में भी वही दोहराना चाहती है। टीम का बैटिंग ऑर्डर गहराई तक मजबूत है, गेंदबाजी में वैरायटी है और फील्डिंग तो हमेशा से उनका प्लस पॉइंट रही है। यही वजह है कि वेस्टइंडीज जैसी टीम घरेलू मैदान पर भी कोई बड़ी चुनौती नहीं दे पा रही।