स्वतंत्रता दिवस 2025 पर पीएम मोदी ने लाल किले से 103 मिनट का सबसे लंबा भाषण दिया। यह लगातार 12वां भाषण रहा, जिससे उन्होंने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
Independence Day 2025: स्वतंत्रता दिवस 2025 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। उनका भाषण 103 मिनट लंबा रहा, जो अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने लगातार भाषण देने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया और जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए।
12वीं बार लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
15 अगस्त 2025 को देश ने 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया और इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 12वीं बार तिरंगा फहराया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया, जो 103 मिनट तक चला। यह लाल किले से किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर देश की उपलब्धियों, चुनौतियों और आने वाले वर्षों की प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा की। भाषण में उन्होंने अर्थव्यवस्था, तकनीकी विकास (technology), रोजगार, कृषि सुधार और सामाजिक बदलाव जैसे मुद्दों पर अपनी सरकार के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया।
अब तक का सबसे लंबा भाषण
प्रधानमंत्री मोदी का 103 मिनट का यह भाषण स्वतंत्रता दिवस के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड है। इससे पहले भी यह रिकॉर्ड उन्हीं के नाम था, जब साल 2024 में उन्होंने 98 मिनट का भाषण दिया था।
लाल किले पर सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्री
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम लाल किले से 17 बार तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड है। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 16 बार के साथ दूसरे स्थान पर थीं।
पीएम मोदी ने इस साल 12वीं बार ध्वजारोहण कर इंदिरा गांधी के एक रिकॉर्ड को तोड़ दिया—लगातार स्वतंत्रता दिवस भाषण देने का। मोदी अब इस मामले में जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड कैसे टूटा
इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल (जनवरी 1966-मार्च 1977 और जनवरी 1980-अक्टूबर 1984) में कुल 16 बार स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया था, जिनमें से 11 भाषण लगातार थे।
पीएम मोदी ने 2014 से लेकर 2025 तक लगातार 12 वर्षों तक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया है। यह लगातार भाषण देने का नया रिकॉर्ड है, जिसने इंदिरा गांधी का 11 भाषणों वाला रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।
भाषण में किन मुद्दों पर दिया जोर
103 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की। इनमें प्रमुख थे:
- अर्थव्यवस्था (Economy): भारत की GDP ग्रोथ, निर्यात में बढ़ोतरी और विदेशी निवेश के अवसर।
- Technology और Innovation: डिजिटल इंडिया, AI, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और स्टार्टअप इकोसिस्टम को लेकर योजनाएं।
- कृषि क्षेत्र: किसानों की आय बढ़ाने, फसल बीमा योजना और आधुनिक कृषि तकनीकों के उपयोग पर बल।
- रोजगार और स्किल डेवलपमेंट: युवाओं के लिए रोजगार सृजन और नई ट्रेनिंग प्रोग्राम्स की घोषणा।
- सामाजिक सुधार: महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में उठाए गए कदम।
- राष्ट्रीय सुरक्षा: सीमाओं की सुरक्षा, रक्षा उपकरणों के घरेलू उत्पादन और आतंकवाद विरोधी रणनीतियां।
पीएम मोदी का रिकॉर्ड-निर्माण सफर
2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने हर साल लाल किले से तिरंगा फहराया और भाषण दिया। उनके भाषणों की खासियत यह रही है कि वे लंबाई में भी बढ़ते गए और विषयों की दृष्टि से भी व्यापक होते गए।
- 2014: लगभग 65 मिनट का भाषण, स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा।
- 2016: 96 मिनट का भाषण, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया पर फोकस।
- 2020: कोविड-19 महामारी के बीच स्वास्थ्य और आत्मनिर्भर भारत पर जोर।
- 2024: 98 मिनट का भाषण, अमृत काल का ब्लूप्रिंट।
- 2025: 103 मिनट का भाषण, अब तक का सबसे लंबा।