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Tata Capital IPO: IFC के लिए मुनाफे का सुनहरा मौका, 3.58 करोड़ शेयर बिक्री की तैयारी

Tata Capital IPO: IFC के लिए मुनाफे का सुनहरा मौका, 3.58 करोड़ शेयर बिक्री की तैयारी

टाटा कैपिटल 17,000 करोड़ रुपये के Initial Public Offering (IPO) की योजना बना रही है, जिसमें वर्ल्ड बैंक ग्रुप की प्राइवेट यूनिट International Finance Corporation (IFC) 3.58 करोड़ शेयर बेचने वाली है। यह IPO अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सब्सक्रिप्शन के लिए खुल सकता है। टाटा क्लीनटेक के विलय के बाद IFC की टाटा कैपिटल में हिस्सेदारी अब 1.8% है।

Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी टाटा कैपिटल अक्टूबर 2025 में 17,000 करोड़ रुपये का IPO लाने वाली है। वर्ल्ड बैंक ग्रुप की प्राइवेट यूनिट IFC इस IPO में 3.58 करोड़ शेयर बेचकर मुनाफा कमाने की योजना बना रही है। IFC की टाटा कैपिटल में कुल हिस्सेदारी 7.16 करोड़ शेयर या 1.8% है। IPO के जरिए नवीकरणीय और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग में निवेशकों को मौका मिलेगा।

IPO की तैयारी और संभावित लॉन्च

टाटा कैपिटल का यह IPO अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सब्सक्रिप्शन के लिए खुल सकता है। भारतीय Reserve Bank of India (RBI) ने कंपनी को अपने शेयरों को लिस्ट कराने के लिए समय दिया है, जिसके बाद कंपनी फाइनल इश्यू के लिए तैयार है। डॉक्यूमेंट्स के मसौदे (Draft Red Herring Prospectus (DRHP)) के अनुसार, IPO के जरिए निवेशकों को आकर्षित करने और कंपनी के विस्तार के लिए पर्याप्त पूंजी जुटाई जाएगी।

IFC के लिए मुनाफे का अवसर

IFC ने 2011 में टाटा कैपिटल के साथ मिलकर Tata Cleantech Capital Limited (TCCL) की स्थापना की थी। इस कदम का उद्देश्य नवीकरणीय और सस्टेनेबल इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को फंड करना था। अब, TCCL के टाटा कैपिटल में विलय के बाद IFC के पास कुल 7.16 करोड़ शेयर हैं, जिनमें से 3.58 करोड़ शेयर आगामी IPO में बेचे जाने वाले हैं। इससे IFC को भारी मुनाफा मिलने की संभावना है।

IFC की हिस्सेदारी और शेयर बिक्री

TCCL के टाटा कैपिटल में विलय के बाद IFC के पास टाटा कैपिटल में लगभग 1.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आगामी IPO में 3.58 करोड़ शेयर बेचकर कंपनी अपनी हिस्सेदारी कम कर रही है। इससे न केवल IFC को लाभ होगा बल्कि नए निवेशकों को भी टाटा कैपिटल में प्रवेश का अवसर मिलेगा।

टाटा कैपिटल भारतीय नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के तौर पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। इसके पास सॉलिड फाइनेंशियल पोर्टफोलियो और मजबूत निवेशक बेस है। इस IPO के जरिए कंपनी अपने विस्तार और क्लीनटेक फंडिंग को बढ़ावा देगी।

TCCL की स्थापना और योगदान

Tata Cleantech Capital Limited (TCCL) की स्थापना के समय भारत में क्लीन एनर्जी सेक्टर अब भी सब्सिडी पर निर्भर था। पिछले एक दशक में TCCL ने सोलर, विंड, बायोमास, स्मॉल हाइड्रो, वॉटर ट्रीटमेंट और इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर में 500 से ज्यादा रीन्यूएबल प्रोजेक्ट्स को समर्थन दिया है। इस तरह यह कंपनी एक प्रमुख ग्रीन फाइनेंसर के रूप में उभरी है।

क्लीनटेक और बुनियादी ढांचा ऋण में वृद्धि

वित्त वर्ष 2024-25 तक, क्लीनटेक और बुनियादी ढांचा ऋण 18,000 करोड़ रुपये को पार कर गया। यह पिछले दो वर्षों में सालाना 32 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। TCCL की फंडिंग और परियोजनाओं के विस्तार ने टाटा कैपिटल को एक मजबूत वित्तीय स्थिति प्रदान की है। इसके साथ ही यह निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर बन गया है।

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