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नेपाल की राजनीति में बड़ा फेरबदल, सुमाना ने RSP का छोड़ा पद, जानें वजह

नेपाल की राजनीति में बड़ा फेरबदल, सुमाना ने RSP का छोड़ा पद, जानें वजह

नेपाल की पूर्व शिक्षा मंत्री सुमाना श्रेष्ठ ने RSP से इस्तीफा दे दिया है। उनका कैबिनेट में शामिल होना संभावित है। सुमाना ने पार्टी में आलोचना और मीडिया ट्रायल का विरोध किया। सुशीला कार्की की सरकार में यह कदम स्थिरता ला सकता है।

Nepal Protest: नेपाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, जब पूर्व शिक्षा मंत्री सुमाना श्रेष्ठ ने अपनी पार्टी राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) से इस्तीफा दे दिया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब नेपाल में हाल ही में हिंसक प्रदर्शनों के बाद अंतरिम सरकार का गठन हुआ है। नई अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की हैं, जिन्होंने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने की संभावना जताई है।

सुमाना श्रेष्ठ का इस्तीफा 

सुमाना श्रेष्ठ ने अपनी पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि पार्टी में लगातार गलतियां हो रही हैं और उनका बोझ सभी सदस्यों पर डाला जा रहा है। उन्होंने मीडिया ट्रायल और आलोचनाओं के दबाव का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व ने किसी भी प्रकार की आलोचना स्वीकार नहीं की।

उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी ने देश के हित और पार्टी के हित को ध्यान में रखकर निर्णय लेने के बजाय व्यक्तिगत नेताओं को सर्वोपरि मानना शुरू कर दिया है। सुमाना ने कहा कि उन्होंने इस स्थिति को लगातार सुधारने की कोशिश की, लेकिन उनका प्रयास विफल रहा।

सुमाना ने आगे कहा कि पार्टी के भीतर लगातार मीडिया ट्रायल और अनुचित दबाव जारी है। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी दी कि यदि वे अपनी पुरानी नीतियों में बदलाव नहीं करते हैं तो स्थिति और खराब हो सकती है। उनका कहना है कि यह समय है जब नेताओं की पूजा करना बंद करके उन्हें या तो हटाना चाहिए या खुद पद छोड़ देना चाहिए।

सुशीला कार्की की कैबिनेट में संभावित शामिलगी

सुमाना श्रेष्ठ के इस्तीफे के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उन्हें अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की की कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। सुशीला कार्की ने पहले ही कई महत्वपूर्ण मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है, और उनके पास 25 मंत्रालयों का प्रभार है।

सुमाना श्रेष्ठ का शामिल होना कैबिनेट में विशेषज्ञता और अनुभव को जोड़ सकता है, क्योंकि उन्होंने शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का प्रभार संभाला है। उनका शामिल होना सरकार की नीति निर्माण प्रक्रिया में स्थिरता और पारदर्शिता लाने में मदद कर सकता है।

नेपाल में राजनीतिक परिस्थितियां

नेपाल में हाल ही में हुई हिंसक प्रदर्शन और अंतरिम सरकार के गठन ने देश की राजनीतिक परिस्थितियों को अस्थिर कर दिया था। सामाजिक असंतोष, आर्थिक असमानता और भ्रष्टाचार के मुद्दों ने जनता में गहरी नाराजगी पैदा की है। ऐसे समय में सुशीला कार्की की सरकार को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।

सुमाना श्रेष्ठ का इस्तीफा और उनके कैबिनेट में शामिल होने की संभावना नेपाल में राजनीतिक संतुलन बदल सकती है। इससे सरकार को स्थिरता और जन समर्थन प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

सुमाना ने पार्टी के भीतर आलोचनाओं और मीडिया ट्रायल का मुद्दा उठाते हुए स्पष्ट किया कि यह न केवल पार्टी के लिए बल्कि देश के लोकतंत्र के लिए भी चिंता का विषय है। उनका कहना है कि जनता के हित में निर्णय लेना चाहिए और नेताओं की व्यक्तिगत प्राथमिकताओं को सर्वोपरि नहीं रखा जाना चाहिए।

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