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UK Court: नीरव मोदी का दावा, अगले महीने PNB घोटाले में होंगे सनसनीखेज खुलासे

UK Court: नीरव मोदी का दावा, अगले महीने PNB घोटाले में होंगे सनसनीखेज खुलासे

नीरव मोदी ने ब्रिटेन की अदालत में कहा कि भारत के PNB घोटाले प्रत्यर्पण मामले में अगले महीने सनसनीखेज खुलासे होंगे। अदालत ने उसकी सुनवाई जनवरी 2026 तक तय की। नीरव पिछले छह साल से जेल में बंद है।

World Update: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने ब्रिटेन की अदालत में दावा किया है कि उसके खिलाफ चल रहे प्रत्यर्पण मामले में अगले महीने कुछ सनसनीखेज खुलासे होंगे। भारत में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे नीरव मोदी ने अदालत में यह बयान उस समय दिया जब उसकी ओर से केस की सुनवाई रोकने की मांग की गई थी।

छह साल से जेल में बंद नीरव मोदी

नीरव मोदी पिछले छह साल से ब्रिटेन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण (extradition) के लिए प्रयास कर रही है ताकि उसे वापस लाकर मुकदमा चलाया जा सके। हालांकि ब्रिटेन की अदालतों में मामला अभी भी लंबित है। नीरव मोदी ने अब दावा किया है कि आने वाले महीने में ऐसा कुछ सामने आएगा जो इस पूरे केस की दिशा बदल सकता है।

अदालत में पेशी 

नीरव मोदी लंदन की हाईकोर्ट में उस समय पेश हुआ जब बैंक ऑफ इंडिया की करीब 66 करोड़ रुपये की बकाया राशि से जुड़ा केस सुना जा रहा था। सुनवाई के दौरान उसने अदालत से कहा कि जेल की स्थितियां बेहद कठिन हैं और उसकी तबीयत लगातार खराब हो रही है। उसने मांग की कि ट्रायल को रोका जाए या कुछ समय के लिए स्थगित किया जाए। अदालत ने उसकी इस मांग को ठुकरा दिया और जनवरी 2026 में मुकदमे की सुनवाई तय कर दी।

अगले महीने होंगे खुलासे

सुनवाई के दौरान नीरव मोदी ने कहा, “बैंक ऑफ इंडिया मेरे प्रत्यर्पण का जिक्र कर रहा है, लेकिन मैं अभी यहीं हूं। जल्द कुछ ऐसे खुलासे होंगे जो पहले कभी नहीं हुए।” उसके इस बयान के बाद कोर्टरूम में हलचल मच गई। हालांकि अदालत ने इस टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और कहा कि फिलहाल सुनवाई निर्धारित समय पर ही होगी।

प्रत्यर्पण मामले में नई चाल

नीरव मोदी का यह दावा ऐसे समय आया है जब उसका प्रत्यर्पण मामला अंतिम चरण में पहुंच चुका है। ब्रिटिश कोर्ट ने पहले ही उसके कई अपीलों को खारिज कर दिया था। अब नीरव मोदी ने अदालत से नए सबूत पेश करने की अनुमति मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि अगले महीने की सुनवाई में वह उन तथ्यों को अदालत के सामने रखेगा जिन पर अब तक चर्चा नहीं हुई है।

अदालत में नीरव मोदी के वकीलों ने कहा कि उनका मुवक्किल गंभीर मानसिक तनाव में है और जेल की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि नीरव को अवसाद (depression) और आत्मघाती विचारों से जूझना पड़ रहा है। हालांकि अदालत ने यह कहते हुए सुनवाई टालने से इनकार कर दिया कि जेल प्रशासन उसके स्वास्थ्य का ध्यान रख रहा है और मामले को और लंबा नहीं खींचा जा सकता।

भारत में लगे गंभीर आरोप

भारत में नीरव मोदी पर करीब 13,000 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोप है। जांच एजेंसियों के अनुसार, नीरव मोदी और उसके चाचा मेहुल चौकसी ने बैंक से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) के जरिए करोड़ों रुपये का कर्ज लिया और उसे विदेशों में डायवर्ट किया। उसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कई केस दर्ज किए हैं। भारत सरकार लगातार ब्रिटेन से उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है।

कोर्ट में पेश हुए तर्क

सुनवाई के दौरान नीरव मोदी की ओर से कहा गया कि भारत में उसके साथ न्याय नहीं होगा और उसकी जान को खतरा है। वहीं भारत सरकार की ओर से तर्क दिया गया कि नीरव मोदी को निष्पक्ष ट्रायल मिलेगा और जेल में सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय होंगे। अदालत ने फिलहाल इस पर कोई निर्णय नहीं दिया है लेकिन मामले की अगली सुनवाई जनवरी 2026 में तय की है।

लंदन हाईकोर्ट के जज ने सुनवाई के दौरान कहा कि नीरव मोदी का केस बार-बार देरी के बहाने से खींचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अदालत को अब केवल ठोस सबूतों की जरूरत है, दावों की नहीं। कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर आरोपी सच में नए सबूत पेश करना चाहता है, तो उसे नियमों के तहत ऐसा करने का अवसर मिलेगा।

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