देहरादून में बादल फटने की घटना से एक व्यक्ति की मौत की सूचना, कई लापता और भूस्खलन। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चलाने का निर्देश दिया, 300–400 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
देहरादून: उत्तराखंड में सोमवार रात हुई लगातार बारिश और बादल फटने की घटना ने कई जिलों में तबाही मचा दी। देहरादून, मसूरी और सहस्रधारा जैसे क्षेत्रों में जलभराव, भूस्खलन और पुलों के बहने की खबरें मिली हैं। इस आपदा में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है, जबकि कई लोग लापता हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
देहरादून और आसपास भारी बारिश से नुकसान
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि देहरादून जिले के सहस्रधारा, मालदेवता और मसूरी में भारी नुकसान हुआ है। टिहरी में जलभराव के कारण गीता भवन में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। देहरादून में दो से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। मसूरी में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है, जिसकी पुष्टि की जा रही है।
स्थानीय अधिकारी बताते हैं कि भारी बारिश के कारण सड़कें और कई मकान, दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पुल बहने और भूस्खलन की घटनाओं से क्षेत्रवासियों और पर्यटकों में दहशत का माहौल है।
भारी बारिश में राहत और बचाव अभियान जारी
राज्य सरकार ने राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित किया है। 300 से 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रभावित इलाकों का दौरा कर जमीनी हालात का जायजा ले रहे हैं।
धामी ने प्रभावित परिवारों से भेंट कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और अधिकारियों को निर्देशित किया कि भूस्खलन और बाढ़ से खतरे वाले क्षेत्रों में पर्यटकों का आवागमन रोका जाए। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर रखा है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
देहरादून आईटी पार्क और आसपास इलाके बाढ़ से प्रभावित
देहरादून के आईटी पार्क इलाके में जलभराव के कारण कई कार्यालयों और बेसमेंट में पानी घुस गया। स्थानीय निवासी ऋतिक शर्मा ने बताया कि उनकी कार पानी में डूबी हुई है और सुबह से वह फंसे हुए थे।
सोंग नदी उफान पर है और आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ा हुआ है। सदर उपमंडल के मजिस्ट्रेट हरि गिरि ने कहा कि जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और बहाव तेज़ है। प्रशासन और राहत टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं और किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने का प्रयास कर रही हैं।
नैनीताल में भूस्खलन से सड़कें बंद और राहत कार्य जारी
नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। मझारा गांव में मलबे के कारण सड़क बंद हो गई, जिससे लोग सड़क पर फंस गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि भूस्खलन से वे बाल-बाल बच गए और कुछ लोग लापता हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति से अवगत कराया गया है। केंद्र सरकार ने राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रशासन और राहतकर्मी हर प्रभावित परिवार तक सुरक्षित पहुँच सुनिश्चित करने में जुटे हैं।