अभिषेक शर्मा इस समय ऑस्ट्रेलिया में हैं और भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज खेल रहे हैं। अब तक खेले गए तीन मैचों में अभिषेक ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से ध्यान खींचा है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की T20I सीरीज में भारत के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने अपने शानदार फॉर्म से सबका ध्यान खींचा है। अब चौथे मैच में उनके पास एक बड़ा मौका है—टी20 अंतरराष्ट्रीय में विराट कोहली के सबसे तेज 1000 रन बनाने के रिकॉर्ड की बराबरी करने का।
तीनों खेले गए T20I मैचों में अभिषेक शर्मा ने 112 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से रन बनाने की औसत 37.33 और स्ट्राइक रेट 167.16 रही है। इस सीरीज में वे भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन चुके हैं। उनके लगातार शानदार प्रदर्शन ने टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत दिलाई है। अब चौथे मुकाबले में अभिषेक के लिए एक और गोल्डन चांस है। अगर वे सिर्फ 39 रन बना देते हैं, तो टी20I में 1000 रन का आंकड़ा छूकर विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे।
विराट कोहली का रिकॉर्ड
टी20 अंतरराष्ट्रीय में विराट कोहली ने भारत के लिए सबसे तेज 1000 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया हुआ है। उन्होंने यह मुकाम 27 पारियों में हासिल किया था। अभिषेक शर्मा ने अब तक केवल 26 मैच खेले हैं और 961 रन बना चुके हैं। इसका मतलब यह है कि वे केवल 39 रन दूर हैं और अगर चौथे मैच में सफल रहे तो कोहली की बराबरी कर लेंगे।

विशेषज्ञों का मानना है कि अभिषेक शर्मा की यह फॉर्म भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा संकेत है। टीम के लिए वे सलामी बल्लेबाज के रूप में एक भरोसेमंद विकल्प बन चुके हैं।
टीम इंडिया के लिए चौथे मैच की अहमियत
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है। चौथे T20I का परिणाम सीरीज के भविष्य पर बड़ा असर डाल सकता है। अगर भारत यह मैच जीतता है तो सीरीज पर कब्जा करने की दिशा में मजबूत बढ़त हासिल करेगा। इस मैच में अभिषेक शर्मा की भूमिका भी निर्णायक होगी। सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनका शानदार प्रदर्शन टीम को बेहतर स्कोर तक पहुँचाने और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाने में मदद कर सकता है।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन तक पहुंचना हर बल्लेबाज का बड़ा सपना होता है। विराट कोहली जैसे दिग्गज की बराबरी करना अभिषेक के करियर के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। चौथे मैच में अभिषेक का प्रदर्शन न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि, बल्कि टीम इंडिया की रणनीति और जीत के लिए भी अहम है।













