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WhatsApp में क्रॉस-प्लेटफॉर्म फीचर: यूजर्स को जल्द मिलेगी बड़ी सुविधा

WhatsApp में क्रॉस-प्लेटफॉर्म फीचर: यूजर्स को जल्द मिलेगी बड़ी सुविधा

WhatsApp अपने यूजर्स के लिए क्रॉस-कम्पैटिबिलिटी फीचर टेस्ट कर रहा है, जिससे यूजर्स दूसरे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे Telegram या X पर सीधे संदेश भेज और रिसीव कर सकेंगे। यह फीचर फिलहाल चुनिंदा बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है और आने वाले समय में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन जैसी सुरक्षा के साथ सभी के लिए रोलआउट किया जा सकता है।

WhatsApp Cross-Compatibility Feature: WhatsApp जल्द ही यूजर्स को ऐसा अपडेट देगा, जिससे वे सीधे अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे Telegram और X पर संदेश भेज और रिसीव कर सकेंगे। यह फीचर फिलहाल चुनिंदा बीटा यूजर्स के लिए यूरोपियन रीजन में टेस्ट किया जा रहा है। Meta इस अपडेट को यूरोपीय यूनियन के डिजिटल मार्केट्स ऐक्ट के तहत लागू कर रहा है ताकि इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप्स के बीच इंटरऑपरेबिलिटी सुनिश्चित हो सके और यूजर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर निर्भर रहने की जरूरत न हो।

अंतरसंचालनीयता का मतलब क्या है?

इंटरऑपरेबिलिटी या अंतरसंचालन का मतलब है कि एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर कम्युनिकेशन करना। आसान शब्दों में, जैसे UPI या ईमेल के जरिए एक ऐप से दूसरे ऐप में पेमेंट या संदेश भेजा जा सकता है, उसी तरह WhatsApp यूजर्स अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के साथ कम्युनिकेट कर सकेंगे।

Zoho के Arattai ऐप ने पहले ही यह फीचर पेश किया है। Arattai यूजर्स किसी दूसरे इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप में मैसेज भेज और रिसीव कर सकते हैं। Zoho के CEO श्रीधर वेंबू का मानना है कि इससे मोनोपोली खत्म होगी और यूजर्स किसी एक ऐप पर निर्भर नहीं रहेंगे।

WhatsApp में आने वाला नया अपडेट

Meta यूरोपीय यूनियन के डिजिटल मार्केट्स ऐक्ट के कारण यह फीचर टेस्ट कर रहा है। इस एक्ट के तहत इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप्स को ओपन कम्युनिकेशन चैनल बनाना अनिवार्य है। फीचर फिलहाल केवल यूरोपियन रीजन के बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है। रिपोर्ट के अनुसार, BirdyChat जैसे अन्य प्लेटफॉर्म पहले से ही इस तरह का फीचर दे रहे हैं।

WhatsApp और Arattai दोनों ऐप्स में जल्द ही एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन जैसी सुरक्षा भी शामिल होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि संदेश सुरक्षित और निजी रहेंगे।

WhatsApp का यह क्रॉस-कम्पैटिबिलिटी फीचर यूजर्स के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। इससे मैसेजिंग ऐप्स के बीच सीमाओं को खत्म किया जा सकेगा और यूजर्स एक से अधिक प्लेटफॉर्म पर आसानी से कम्युनिकेट कर सकेंगे।

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