इमरजेंसी फंड का उद्देश्य उन अप्रत्याशित हालात से निपटना है, जो अचानक किसी भी वक्त आ सकते हैं। इसमें पैसों की तुरंत जरूरत होती है, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां से पैसे तुरंत और बिना किसी रुकावट के निकाले जा सकें। हालांकि, बचत को भविष्य के लिए निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन इमरजेंसी फंड के मामले में ऐसा नहीं है।
कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे मोड़ पर ले आती है, जहां अचानक कुछ ऐसा हो जाता है, जिससे हमारी पूरी योजना बदल जाती है। कल्पना कीजिए, आप एक नौकरीपेशा इंसान हैं और एक दिन आपको अचानक मेल मिलता है कि आपकी नौकरी अब नहीं रही। इस स्थिति में सबसे पहली चिंता यह होती है कि अगले महीने की सैलरी कहां से आएगी और घर के खर्चे कैसे पूरे होंगे। ऐसे वक्त में इमरजेंसी फंड काम आता है, जो आपके लिए सुरक्षा का काम करता है।
इमरजेंसी फंड क्या है और क्यों है जरूरी?
इमरजेंसी फंड एक ऐसा पैसा है जिसे आप सिर्फ अनपेक्षित और जरूरी खर्चों के लिए अलग से रखते हैं। यह आपके दैनिक खर्चों से अलग होता है और इसे आप किसी अप्रत्याशित घटना के लिए सुरक्षित रखते हैं। जैसे कि नौकरी का जाने का खतरा, बीमारी, परिवार में किसी की तबीयत खराब होना या अन्य कोई आकस्मिक स्थिति। इसके बिना, आपको कर्ज लेने की जरूरत पड़ सकती है, जो आपके वित्तीय स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
इमरजेंसी फंड एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यह आपको मानसिक शांति देता है, खासकर तब जब आपको तत्काल पैसे की जरूरत हो। अगर आपके पास इमरजेंसी फंड है, तो आप आपातकालीन स्थिति में अपने अन्य निवेशों को बिना सोचे-समझे बेचने के बजाय इस फंड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इमरजेंसी फंड बनाने के टिप्स
इमरजेंसी फंड बनाना आसान नहीं है, इसके लिए आपको सही योजना और अनुशासन की जरूरत होती है। सबसे पहले, आपको अपनी मासिक सैलरी से बचत का एक हिस्सा इमरजेंसी फंड के लिए निर्धारित करना होगा। यह फंड आपके मासिक खर्चों का 6 महीने या इससे अधिक होना चाहिए। जैसे-जैसे आपकी बचत बढ़ेगी, आपको इसे नियमित रूप से इमरजेंसी फंड में जोड़ते रहना होगा।
इमरजेंसी फंड को कहां रखें?
इमरजेंसी फंड रखने के लिए सबसे जरूरी बात यह है कि इसे ऐसे स्थान पर रखा जाए जहां से आप इसे तुरंत निकाल सकें। इसे लंबी अवधि के निवेश में ना रखें, क्योंकि आपको इसे तत्काल उपयोग में लाने की आवश्यकता पड़ सकती है। आप एक हिस्सा एसआईपी में निवेश कर सकते हैं और बाकी का हिस्सा एक अलग बैंक खाते में सुरक्षित रख सकते हैं, जिससे आपको मेडिकल या अन्य इमरजेंसी में बिना किसी देरी के पैसे मिल सकें।