दिल्ली-NCR में प्याज की कमी से राहत: 'कंडा एक्सप्रेस' से 1,600 टन प्याज लाएगी सरकार जानें पूरी जानकारी

दिल्ली-NCR में प्याज की कमी से राहत: 'कंडा एक्सप्रेस' से 1,600 टन प्याज लाएगी सरकार जानें पूरी जानकारी
Last Updated: 19 घंटा पहले

 

कंज्यूमर्स अफेयर्स सचिव निधि खरे ने आज, 17 अक्टूबर को ऐलान किया कि 'कांडा एक्सप्रेस' नाम से स्पेशनल रेक महाराष्ट्र के लासलगांव रेलवे स्टेशन से रवाना होगा और 20 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेगा। सरकार को उम्मीद है कि इस थोक परिवहन से दिल्ली-NCR रीजन में कीमतों को नियंत्रित करने में सहयोग मिलेगा।

नई दिल्ली: अक्टूबर का महीना त्योहारों से भरा हुआ है, जिसमें दिवाली महापर्व भी शामिल है। त्योहारी सीजन के मद्देनजर सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार ने महाराष्ट्र से दिल्ली तक रेलवे के माध्यम से 1,600 टन बफर स्टॉक ले जाने का फैसला किया है। रसोई के लिए ट्रेन का उपयोग पहली बार किया जा रहा है।

महाराष्ट्र से दिल्ली के लिए स्पेशल 'कांडा एक्सप्रेस' रवाना

कंज्यूमर्स अफेयर्स सचिव निधि खरे ने 17 अक्टूबर को बताया कि 'कांडा एक्सप्रेस' नाम की स्पेशल रेक महाराष्ट्र के लासलगांव रेलवे स्टेशन से रवाना होकर 20 अक्टूबर को दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।

सरकार को उम्मीद है कि इस थोक परिवहन से दिल्ली-NCR क्षेत्र में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। हाल के दिनों में देश के कई शहरों में प्याज की कीमतें बढ़ गई हैं, जिससे आम आदमी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पहले इन शहरों में होगी रेल ट्रांसपोर्ट पहल का विस्तार

कंज्यूमर्स अफेयर्स सचिव ने बताया कि यह रेल ट्रांसपोर्ट पहल एक ऐतिहासिक कदम है। इसके तहत लखनऊ, वाराणसी और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, नागालैंड और मणिपुर में भी ऐसी व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी। नुकसान को कम करने के लिए सीलबंद कंटेनर परिवहन के लिए सरकार कॉनकॉर्ड के साथ बातचीत कर रही है। थोक हस्तक्षेप के लिए प्याज की नीलामी मौजूदा बाजार दरों पर की जाएगी।

5 सितंबर से प्याज का बफर स्टॉक बेचा जा रहा है

सचिव ने बताया कि नासिक से दिल्ली तक एक रेक (जो 56 ट्रकों के बराबर है) का परिवहन रेलवे को 70.20 लाख रुपये में पड़ेगा, जबकि सड़क मार्ग से इसका खर्च 84 लाख रुपये होगा, जिससे प्रति रेक 13.80 लाख रुपये की बचत होती है।

सरकार 5 सितंबर से मोबाइल वैन, एनसीसीएफ और नेफेड आउटलेट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, मदर डेयरी के सफल आउटलेट और केंद्रीय भंडार के माध्यम से रियायती दरों पर प्याज बेच रही है। दिवाली से पहले खुदरा हस्तक्षेप को मजबूत करने के लिए मोबाइल वैन की संख्या 600 से बढ़ाकर 1,000 की जाएगी।

Leave a comment