30 मई, 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कुल $1.24 बिलियन की कमी दर्ज की गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधि में फॉरेन करेंसी एसेट्स में $1.95 बिलियन की गिरावट हुई, जो भंडार में कुल कमी का मुख्य कारण बना।
बिजनेस न्यूज़: 30 मई, 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कुल $1.24 बिलियन की कमी आई है। इसका मुख्य कारण फॉरेन करेंसी एसेट्स (विदेशी मुद्रा संपत्तियाँ) में $1.95 बिलियन की गिरावट है। हालांकि, इस बीच सोने के भंडार में वृद्धि हुई है, जिसने गिरावट को कुछ हद तक कम किया है।भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 30 मई तक भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार $691.485 बिलियन रह गया है।
यह पिछले सप्ताह के मुकाबले कम है, जब 23 मई को यह भंडार $6.992 बिलियन बढ़कर अधिक था। यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 27 सितंबर 2024 को $704.885 बिलियन के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका था। इसके बाद से यह भंडार धीरे-धीरे घट रहा है।
मूल बात यह है कि
विदेशी मुद्रा भंडार किसी देश की आर्थिक मजबूती और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए जरूरी होता है। भंडार में गिरावट का मतलब है कि देश को अपनी मुद्रा को स्थिर रखने या अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए विदेशी मुद्रा की जरूरत पड़ रही है। भारत में भले ही भंडार में थोड़ी गिरावट आई हो, लेकिन अभी भी यह उच्च स्तर पर है। वहीं पाकिस्तान की स्थिति अधिक अनिश्चित दिख रही है।
फॉरेन करेंसी एसेट में गिरावट
विदेशी मुद्रा भंडार के महत्वपूर्ण घटक फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में भी 30 मई तक समाप्त सप्ताह में भारी गिरावट देखी गई। FCA में $1.952 बिलियन की कमी हुई, जिससे इसका कुल मूल्य $584.215 बिलियन रह गया। FCA में गैर-अमेरिकी मुद्राएं जैसे यूरो, ब्रिटिश पौंड और जापानी येन भी शामिल होती हैं, जिनमें विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव का प्रभाव भी देखा जाता है। इससे एक सप्ताह पहले FCA में $4.516 बिलियन की वृद्धि हुई थी, जो इस गिरावट से पहले की स्थिति दर्शाती है।
गोल्ड रिजर्व में वृद्धि
भारत के स्वर्ण भंडार में इस दौरान वृद्धि देखी गई है। 30 मई तक समाप्त सप्ताह में सोने के भंडार में $723 मिलियन की बढ़ोतरी हुई, जिससे कुल गोल्ड रिजर्व $84.305 बिलियन पर पहुंच गया। इससे एक सप्ताह पहले सोने के भंडार में $4.588 बिलियन की बढ़ोतरी हुई थी। स्पेशल ड्रॉइंग राइट (SDR) में मामूली गिरावट हुई है। बीते सप्ताह SDR में $2 मिलियन की कमी हुई, जिससे यह घट कर $18.569 बिलियन पर आ गया।
इसी प्रकार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास भारत के पास रखे गए रिजर्व में $6 मिलियन की कमी हुई है और यह अब $4.395 बिलियन का रह गया है।
पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा स्थिति
पड़ोसी देश पाकिस्तान इस समय विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से जूझ रहा है। हाल ही में भारत-पाकिस्तान तनाव ने स्थिति को और खराब किया है। खास बात यह है कि पाकिस्तान की आधिकारिक वेबसाइट भारत में एक्सेस नहीं हो पा रही है, जिससे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति की जानकारी लेना और भी मुश्किल हो गया है।
पाकिस्तान को IMF से कुछ क्रेडिट लाइन मिली है, लेकिन उसकी वर्तमान मुद्रा भंडार की स्थिति स्पष्ट नहीं है क्योंकि भारत में पाकिस्तान के स्टेट बैंक की वेबसाइट को एक्सेस करना संभव नहीं है। 25 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार की मात्रा $15.251 बिलियन दर्ज की गई।