इंडी क्यूब स्पेसेज ने 850 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। कंपनी ने ICICI सिक्योरिटीज और JM फाइनेंशियल को बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में नियुक्त किया है।
IPO Update: बेंगलुरु स्थित को-वर्किंग स्पेस प्रोवाइडर इंडी क्यूब स्पेसेज अपने आईपीओ के जरिए 850 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी ने बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा किया है। आईपीओ में 750 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू होगा, जबकि 100 करोड़ रुपये के शेयर प्रमोटर्स रिषि दास और मेघना अग्रवाल द्वारा ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे।
प्रमोटर्स के पास 70% से अधिक हिस्सेदारी
इंडी क्यूब की स्थापना 2015 में हुई थी। वर्तमान में प्रमोटर्स के पास 70.86% हिस्सेदारी है, जबकि पब्लिक निवेशकों के पास 29.14% हिस्सेदारी है। कंपनी के प्रमुख निवेशकों में वेस्टब्रिज और आशीष गुप्ता शामिल हैं।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और नुकसान
कंपनी का FY24 में रेवेन्यू 830.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 43.3% अधिक है। हालांकि, इस दौरान कंपनी को 341.5 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ, जो पिछले वर्षों से अधिक है। कंपनी का EBITDA मार्जिन घटकर 27.25% रह गया।
IPO से मिलने वाले फंड का उपयोग
कंपनी इस आईपीओ से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल नए सेंटर्स खोलने, कर्ज चुकाने और अन्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। इनमें से 462.6 करोड़ रुपये नए सेंटर्स खोलने पर खर्च होंगे और 100 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज चुकाने में किया जाएगा। वर्तमान में कंपनी पर 227.45 करोड़ रुपये का कर्ज है।
लीड मैनेजर और IPO की रणनीतियां
आईपीओ से पहले कंपनी 150 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए प्राइवेट प्लेसमेंट, राइट्स इश्यू या प्रेफरेंशियल ऑफर का विकल्प चुन सकती है। यदि ऐसा होता है तो आईपीओ साइज उसी रेश्यो में कम कर दिया जाएगा। कंपनी का मुख्य मुकाबला लिस्टेड कंपनी ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस से है। आईपीओ के लिए ICICI सिक्योरिटीज और JM फाइनेंशियल को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।
इंडी क्यूब के संचालन
इंडी क्यूब के बेंगलुरु में 60 सेंटर्स हैं, जो कुल 5.04 मिलियन वर्गफुट क्षेत्र को कवर करते हैं। कंपनी नए सेंटर्स खोलने की योजना के तहत देशभर में अपना नेटवर्क और विस्तार करना चाहती है।