भारत में HMPV वायरस के बावजूद आईटीआई (ITI) के शेयर में जोरदार तेजी देखी गई। 6 जनवरी 2025 को स्टॉक ने 20% की वृद्धि के साथ 544.70 रुपये का नया हाई बनाया, जिससे निवेशकों को 40% का रिटर्न मिला।
ITI Share Price: भारत में HMPV वायरस के फैलने से शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन एक कंपनी का स्टॉक जो इस समय चट्टान की तरह मजबूती से टिका हुआ है, वह है आईटीआई (ITI)। आईटीआई के शेयर ने आज 20 फीसदी की तेज़ी के साथ 544.70 रुपये के अपने जीवनकाल के उच्चतम स्तर पर पहुंचकर सभी को चौंका दिया है।
आईटीआई का शेयर 6 जनवरी 2025 के कारोबारी सत्र में पिछले बंद स्तर 457.10 रुपये से ऊपर 473.40 रुपये पर खुला था, लेकिन इसके बाद शेयर में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। आईटीआई का स्टॉक 500 रुपये का आंकड़ा पार करते हुए, 544.70 रुपये तक पहुंच गया, जो इसके जीवनकाल का सबसे ऊंचा स्तर है। वर्तमान में स्टॉक 74.15 रुपये या 16.22 फीसदी की वृद्धि के साथ 532.60 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
दो महीने में आईटीआई ने दिया मल्टीबैगर रिटर्न
आईटीआई के स्टॉक में पिछले एक हफ्ते में ही जोरदार तेजी आई है, और एक हफ्ते में स्टॉक में 40 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। 31 दिसंबर 2024 को स्टॉक 387 रुपये पर बंद हुआ था, और अब इसमें 40 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है। इस तेजी को 2025 के पहले चार कारोबारी सत्रों में देखा गया है।
अगर हम आईटीआई के शेयर के प्रदर्शन को दो महीने पहले से देखें, तो 25 अक्टूबर 2024 को स्टॉक 210 रुपये पर था, और अब वह 544 रुपये तक पहुंच चुका है। यानी दो महीने में स्टॉक में 160 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिससे निवेशकों को डबल से भी ज्यादा रिटर्न मिला है।
आईटीआई का मार्केट कैप
आईटीआई का मार्केट कैप भी अब 50,984 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो कंपनी के विकास को दर्शाता है। पिछले दो सालों में आईटीआई के स्टॉक ने अपने निवेशकों को 416 फीसदी और पिछले पांच सालों में 480 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है।
आईटीआई के शेयर में तेजी की वजह
आईटीआई के शेयर में यह तेजी आने का प्रमुख कारण आगामी 2025 के बजट में ब्रॉडबैंड सेवा के विस्तार और टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर के मजबूती पर किए जाने वाले बड़े ऐलान हैं। नवंबर 2024 में आईटीआई ने भारतनेट फेज 3 प्रोजेक्ट के तीन पैकेजों के लिए सबसे कम बोली लगाई थी, जिससे कंपनी को व्यापक फायदे की उम्मीद है। इसके अलावा, आईटीआई ने हाल ही में उत्तराखंड सरकार से 95 करोड़ रुपये का आदेश प्राप्त किया है, जिससे कंपनी के राजस्व और मुनाफे में वृद्धि का अनुमान है।