Global cues b, US Futures में तेजी, एशियाई बाजार हरे निशान में। पिछले दिन की बड़ी गिरावट के बाद आज भारतीय बाजार में रिकवरी की उम्मीद जताई जा रही है।
Stock Market: दुनियाभर के शेयर बाजारों में आज सुबह सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है, जिससे भारतीय बाजारों के भी रिकवरी करने की उम्मीद बढ़ गई है। एशियाई बाजारों में तेज़ी का ट्रेंड दिखाई दे रहा है, वहीं अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में भी उछाल आया है।
Global Cues से मिली राहत की उम्मीद
सोमवार को अमेरिकी बाजारों में S&P 500 और Dow Jones में गिरावट आई थी, लेकिन Nasdaq में मामूली बढ़त देखी गई। वहीं, सोमवार रात अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में तेजी लौट आई। Dow Futures में करीब 1.2% की बढ़त रही, जबकि S&P 500 Futures और Nasdaq Futures में क्रमशः 0.9% और 1% का उछाल देखा गया।
Asian Markets में दिखी मजबूती
जापान का Nikkei 225 इंडेक्स मंगलवार सुबह 6.3% तक चढ़ गया, जबकि Topix में 6.8% की बढ़त दर्ज हुई। कोरिया का Kospi और Kosdaq, ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 और चीन का CSI 300 भी हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। हांगकांग का Hang Seng इंडेक्स 2% ऊपर रहा।
Indian Market के लिए संकेत पॉजिटिव
Gift Nifty Futures सुबह 7:45 बजे 22,650 के स्तर पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले क्लोज के मुकाबले 390 अंकों की बढ़त है। इससे संकेत मिलते हैं कि आज भारतीय शेयर बाजार पॉजिटिव ओपनिंग कर सकता है।
पिछले सेशन में बड़ी गिरावट
सोमवार को सेंसेक्स 2,226 अंक गिरकर 73,137 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी-50 में 742 अंकों की बड़ी गिरावट आई थी और यह 22,161 के स्तर पर बंद हुआ था। यह 4 जून 2024 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
Trump vs China: Tariff War का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर दबाव बनाते हुए Reciprocal Tariffs हटाने की मांग की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन इस दबाव के खिलाफ सख्ती से खड़ा रहने की रणनीति अपना रहा है। इस तनाव का असर ग्लोबल मार्केट मूवमेंट पर देखा जा रहा है।
RBI की Policy और Q4 Results पर नजर
भारतीय निवेशक आज RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की मीटिंग के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, जो कल घोषित होंगे। इसके अलावा कंपनियों के Q4 earnings और इस सप्ताह आने वाले macroeconomic indicators भी बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।
(Disclaimer: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन होता है।)