Gold vs Bitcoin Investment Return: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन में काफी तेजी आई है, जिससे इसने पिछले एक साल में करीब 150 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। वहीं, सोने में भी इस साल तेजी आई है, और इसने एक साल में करीब 25 फीसदी का स्थिर रिटर्न दिया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि निवेशक के लिए सोने और बिटकॉइन में से कौन सा विकल्प बेहतर हो सकता है।
नई दिल्ली: गोल्ड को दुनिया की सबसे पुरानी करेंसी माना जाता है, जिसका लेन-देन दुनिया के किसी भी हिस्से में किया जा सकता है। वहीं, बिटकॉइन को नए जमाने की डिजिटल करेंसी का तमगा दिया गया है। इन दोनों ने पिछले कुछ समय में शानदार रिटर्न दिया है। आइए जानते हैं कि निवेश और रिटर्न के लिहाज से इन दोनों में से कौन-सी असेट बेहतर है।
बिटकॉइन का क्या है हाल?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में तूफानी रफ्तार देखने को मिल रही है। यह पहली बार 94 हजार डॉलर के स्तर पर पहुंच गई है। पिछले एक महीने की बात करें, तो बिटकॉइन ने 35 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, एक साल में निवेशकों को इससे 146 फीसदी से अधिक का मल्टीबैगर रिटर्न मिला है। फिलहाल, बिटकॉइन 92,530 डॉलर के स्तर पर है।
सोने से कितना हुआ मुनाफा?
सोने की कीमतों में पिछले एक साल में काफी उछाल आया है। एक साल पहले गोल्ड प्राइस 62,650 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब 78,080 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है। इस हिसाब से सोने ने एक साल में करीब 25 फीसदी का रिटर्न दिया है। सोने ने हाल ही में करीब 82 हजार रुपये का अपना ऑलटाइम हाई भी बनाया था। इसका मतलब कि सोना पिछले कुछ दिनों में लगभग 5 हजार रुपये सस्ता हुआ है।
भविष्य में कौन सा निवेश देगा ज्यादा मुनाफा और सुरक्षा?
सोना सदियों पुरानी और भरोसेमंद असेट क्लास है, जिसे दुनिया का सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। वहीं, बिटकॉइन सबसे तेजी से बढ़ती असेट क्लास के रूप में उभरा है। इसने हाल ही में मार्केट कैप के लिहाज से चांदी को पीछे छोड़ते हुए सातवें नंबर पर अपनी जगह बनाई।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान में वादा किया था कि वे राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाएंगे, यही वजह है कि बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है।
सोना सेफ इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर विकल्प
ट्रंप की जीत के बाद सोना थोड़ी सस्ता हुआ है, क्योंकि डॉलर मजबूत हुआ है और बॉन्ड यील्ड भी बढ़ी हैं। लेकिन, वैश्विक अस्थिरता के चलते सोने के दाम में फिर तेजी आ सकती है। खासकर, यूक्रेन में रूस के हमले ने तनाव को और बढ़ा दिया है, और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हमले की धमकी भी दी है। प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि सोने की कीमतों में आगे और बढ़ोतरी हो सकती है। वर्तमान में, सोना निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प माना जा रहा है, जो मध्यम से लंबी अवधि में स्थिर और अच्छा रिटर्न दे सकता है।
बिटकॉइन में जोखिम अधिक
बिटकॉइन की बात करें तो भारत में इसे लेकर कोई खास नियम-कायदा नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन की कीमतों में आगे भी तेजी जारी रह सकती है, लेकिन भारत में फिलहाल इसे सुरक्षित निवेश नहीं कहा जा सकता।
इसके अलावा, भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी का भारी टैक्स लगता है, और क्रिप्टो ट्रांसफर पर 1 फीसदी टीडीएस भी है। साथ ही, भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लिए सिक्योरिटी फीचर्स का अभाव है। इसलिए, बिटकॉइन या किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश तभी करें जब आपकी जोखिम लेने की क्षमता अधिक हो।