उत्तराखंड में देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित धारी देवी मंदिर अपने चमत्कारिक रूपांतरण के कारण चर्चा में रहता है। नवरात्रि के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। देवी का दिन में तीन बार रूप बदलना भक्तों के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है।
देवी के रूप का अनोखा परिवर्तन
धारी देवी मंदिर में स्थित देवी की प्रतिमा दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। सुबह देवी कन्या के रूप में, दोपहर में युवती के रूप में और शाम को वृद्ध महिला के रूप में दिखाई देती हैं। इस चमत्कार को देखने के लिए भक्त सुबह से शाम तक मंदिर में रुकते हैं। यह रूप परिवर्तन देवी के अलौकिक और दिव्य शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
धारी देवी मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
माना जाता है कि द्वापर युग से यह मंदिर धारो गांव के पास स्थित है। एक भयंकर बाढ़ के दौरान देवी की मूर्ति बहकर एक चट्टान पर आ गई थी। तभी एक ईश्वरीय वाणी हुई कि देवी की मूर्ति को उसी स्थान पर स्थापित किया जाए। तब से धारो गांव के लोग यहां देवी की पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। इस मंदिर को चारधाम यात्रा मार्ग का रक्षक भी माना जाता है।
मूर्ति विस्थापन और भीषण बाढ़ का रहस्य
2013 में उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ को लेकर एक खास मान्यता है। 16 जून 2013 को धारी देवी की मूर्ति को पूर्व स्थान से हटाया गया था और उसी शाम को राज्य में विनाशकारी बाढ़ आ गई। स्थानीय लोग मानते हैं कि देवी का क्रोध ही इस बाढ़ का कारण बना। आज भी लोग इसे देवी की शक्ति और क्रोध का परिणाम मानते हैं।
कालीमठ से अनोखा संबंध
धारी देवी मंदिर में देवी काली के सिर की पूजा होती है जबकि कालीमठ में देवी के धड़ की पूजा की जाती है। दोनों ही मंदिर देवी काली को समर्पित हैं। कालीमठ में तंत्र विद्या का केंद्र है, जबकि धारी देवी मंदिर को चारधामों का संरक्षक माना जाता है।
दर्शन का समय और यात्रा मार्ग
धारी देवी मंदिर भक्तों के लिए सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है। देहरादून से मंदिर की दूरी लगभग 145 किलोमीटर है और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से 115 किलोमीटर। मंदिर तक पहुंचने के लिए देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, पौड़ी और कोटद्वार से बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है। नवरात्रि के दौरान मंदिर में भक्तों की संख्या हजारों में पहुंच जाती है। श्रद्धालु देवी के चमत्कार को निहारने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए दूर-दूर से आते हैं।
धारी देवी मंदिर आस्था, चमत्कार और लोक मान्यताओं का अद्भुत संगम है। देवी के दिन में तीन बार रूप बदलने का चमत्कार भक्तों को आध्यात्मिक शक्ति का अहसास कराता है।